नई शिक्षा नीति लागू करने पर हिमाचल देश का पहला राज्य, धरातल पर पहुंचाने में शिक्षाविदों की भूमिका अहम- मारकंडा
Advertisement

नई शिक्षा नीति लागू करने पर हिमाचल देश का पहला राज्य, धरातल पर पहुंचाने में शिक्षाविदों की भूमिका अहम- मारकंडा

भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद नई दिल्ली तथा स्वामी विवेकानंद राजकीय महाविद्यालय घुमारवीं के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति चुनोतियां एवं संभावनाएं विषय पर दो दिवसीय सेमिनार का वीरवार को समापन हो गया.

नई शिक्षा नीति लागू करने पर हिमाचल देश का पहला राज्य, धरातल पर पहुंचाने में शिक्षाविदों की भूमिका अहम- मारकंडा

विजय भारद्वाज/बिलासपुर: भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद नई दिल्ली तथा स्वामी विवेकानंद राजकीय महाविद्यालय घुमारवीं के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति चुनोतियां एवं संभावनाएं विषय पर दो दिवसीय सेमिनार का वीरवार को समापन हो गया. वहीं इस अवसर पर तकनीकी शिक्षा एवं जनजातीय विकास मंत्री डॉ. रामलाल मारकंडा ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की और प्रदेशभर से आये शिक्षाविदों को संबोधित किया.

तो वहीं, अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति उच्च श्रेणी के कौशल को विकसित करने तथा समस्या के समाधान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी. पाठ्यक्रम में अकादमी के लचीलापन पर केंद्रित व रोजगार उन्मुखी बनाकर इंटर्नशिप के माध्यम से व्यवहारिकता पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है.

गौरतलब है कि आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत आयोजित इस राष्ट्रीय सेमिनार में अनेक विश्वविद्यालयों व कॉलेज के शिक्षाविदों ने शिक्षा नीति के सकारात्मक व नकारात्मक पहलुओं, शिक्षा नीति में डिजिटल तकनीक के प्रयोग, शिक्षा की गुणवत्ता आदि विभिन्न पहलुओं पर अपनी प्रस्तुतियां दी गई.

'नई शिक्षा नीति लागू करने वाला हिमाचल प्रदेश देश का पहला राज्य'

हिमाचल प्रदेश के तकनीकी शिक्षा मंत्री रामलाल मारकंडा ने कहा कि नई शिक्षा नीति लागू करने हिमाचल प्रदेश देश का पहला राज्य बन गया है जिसे धरातल पर पहुंचाने में  शिक्षाविदों की भूमिका अहम रहेगी. साथ ही उन्होंने कहा कि साल 1986 के बाद 34 साल के बाद नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू की गई है. हर कॉलेज में ऐसे सेमिनार आयोजित करने की आवश्यकता है.

नई शिक्षा नीति को रोजगार से जोड़ा गया है जिससे छात्रों को क्षमता और योग्यता सम्वर्धन के साथ-साथ रोजगार के अवसर भी प्रदान होंगे. इसके साथ ही शिक्षा नीति में स्थानीय भाषाओं से प्रोत्साहन के द्वारा बच्चों में शिक्षा के प्रसार की संकल्पना की गई है. साथ ही रामलाल मारकंडा को पूरी आशा है कि नई शिक्षा नीति के इस सेमिनार से सार्थक परिणाम सामने आएंगे.

WATCH LIVE TV

'न्यू ईयर पर हिमाचल आने वाले पर्यटक एसओपी का करें पूरा पालन'

वहीं कैबिनेट मंत्री रामलाल मारकंडा ने न्यू ईयर के दौरान हिमाचल आने वाले पर्यटकों से एसओपी का पालन करने की अपील की है तो साथ ही उन्होंने स्थानीय जनता से जरूरी काम होने पर ही घर से बाहर जाने व समय समय पर हाथ धोने के अपील की है ताकि ओमिक्रोन को हिमाचल में आने से रोका जा सके.

'03 जनवरी से 15 से 18 साल के छात्रों को स्कूलों, कॉलेजों व शिक्षण संस्थानों में ही लगाए जाएंगे कोरोना के टीके'

तो वहीं, तकनीकी शिक्षा मंत्री रामलाल मारकंडा ने 3 जनवरी से 15 से 18 साल के बच्चों व युवाओं को कोरोना वैक्सीन लगाए जाने को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा अपनी तैयारियां मुकम्मल करने की बात कहते हुए प्रदेश के स्कूलों, कॉलेजों सहित शिक्षण संस्थानों में पढ़ रहे 15 से 18 साल के बच्चों को स्वास्थ्य टीमों के द्वारा वहीं पर वैक्सीनेट करने व शिमला, मनाली सहित अपर हिमाचल एरिये में जहां 0901 स्कूलों में छुट्टियां पड़ गई हैं वहां स्वास्थ्य विभाग द्वारा घर-घर जाकर कोरोना का टीका लगाने की बात कही है.

Trending news