हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर में निश्चय मित्र बनकर अब टीबी के मरीजों को बीमारी से बाहर निकालने के लिए एक नए पहल की शुरुआत की जाएगी.
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अरविंदर सिंह/हमीरपुर: हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर में एक अच्छी पहल की शुरुआत की गई है. निश्चय मित्र बनकर अब टीबी के मरीजों को बीमारी से बाहर निकालने के लिए उन्हें दवाइयों के साथ भावनात्मक रूप से भी जोड़कर उनका इलाज किया जाएगा.
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टीबी के मरीजों को अब निश्चय मित्र योजना के तहत गोद लेकर लोग इनके इलाज में उनकी मदद करेंगे और इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने पहल करते हुए जिला भर में टीबी के एक सौ मरीजों को गोद लिया है, जिसमें ज्यादातर डॉक्टर शामिल है. सीएमओ हमीरपुर व उनके दफ्तर से ही चार लोगों को गोद लिया गया है, इसके अलावा ब्लॉक स्तर पर बीएमओ ने भी इन मरीजों को गोद लेने की पहल की है. साथ ही जिला रेड क्रॉस सोसाइटी ने भी 8 लोगों को गोद लिया है.
टीबी की बीमारी से संक्रमित रोगियों में कुपोषण प्रमुख कारण देखा जा रहा है. ऐसे लोगों को ठीक ढंग से आहार देकर उन्हें इस बीमारी से बाहर निकालने का काम होगा. टीबी के मरीजों की मृत्यु दर को भी कम करने के लिए काम किया जाएगा. टीवी की बीमारी से लड़ने के लिए निश्चय मित्र टीम को शुरू किया गया है.
जिसके तहत रोगियों को पौष्टिक आहार मुहैया करवाने के लिए सरकार की मदद के अलावा अब रेड क्रॉस सोसाइटी व आम जनमानस की भागीदारी को भी बढ़ावा दिया जाएगा.
सीएमओ हमीरपुर डॉक्टर आरके अग्निहोत्री ने बताया कि टीवी के मरीजों की मदद के लिए निश्चय मित्र योजना शुरू की गई है, जिसके तहत अब तक हमीरपुर जिला में 122 लोगों को अडॉप्ट किया जा चुका है इसने स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टर और दूसरे लोग प्रमुखता से शामिल हैं. उन्होंने बताया कि इन मरीजों को कुपोषण से बाहर निकालकर उनके स्वास्थ्य को और किस ढंग से अच्छा आहार देकर बेहतर बनाया जा सकता है इस पर काम शुरू कर दिया गया है. स्वास्थ्य विभाग ने सभी ब्लॉकों में कार्यरत कर्मियों को इस योजना के तहत अधिक से अधिक स्वयंसेवी संस्थाओं को जोड़ने का भी आह्वान किया गया है.
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