जानिए सिंगर केके की मौत में कैसे बर्बाद हुआ हार्ट अटैक के बाद का पहला घंटा
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जानिए सिंगर केके की मौत में कैसे बर्बाद हुआ हार्ट अटैक के बाद का पहला घंटा

53 वर्ष की उम्र में फिट नजर आने वाले एक सेलेब्रिटी का जिंदगी से मौत तक का सफर 2 घंटे से कम में पूरा हो गया. आखिर यह कैसे हुआ होगा.

जानिए सिंगर केके की मौत में कैसे बर्बाद हुआ हार्ट अटैक के बाद का पहला घंटा

नकुल अरोड़ा/दिल्ली: 53 वर्ष की उम्र में फिट नजर आने वाले एक सेलेब्रिटी का जिंदगी से मौत तक का सफर 2 घंटे से कम में पूरा हो गया. आखिर यह कैसे हुआ होगा. इंस्टाग्राम पर आखिरी पोस्ट 'a pulsating gig' केके को अंदाजा भी नहीं रहा होगा कि जब वो ये लिख रहे थे तब उनकी पल्स जिंदगी और मौत की जंग लड़ना शुरु कर चुकी थी, लेकिन क्या केके को सच में कोई सिग्नल नहीं मिला होगा. 

 
 
 
 

 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

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चलिए आपको बताते हैं, कल की उनकी परफॉरमेंस की टाइमलाइन को आप एक बार ध्यान से देखिएगा. कोलकाता के गुरुदास कॉलेज का नज़रुल मंच सेमिनार हॉल में स्टेज पर केके शाम 6 बजकर 10 मिनट पर पहुंचते हैं. हॉल में कैपेसिटी से ज्यादा भीड़ रहती है. 2,482 लोगों के बैठने की जगह पर 7 हज़ार से ज्यादा लोग वहां मौजूद थें. 

ऐसे में वायरल हो रहे कई सारे वीडियो में आपने देखा होगा कि गाते हुए केके बार-बार पसीना पोंछ रहे हैं. ब्रेक लेने के लिए स्टेज से निकलकर पीछे की तरफ जा रहे हैं. कई जगह केके की आवाज़ से पता चलता है कि उन्हें गाने में दिक्कत हो रही है. 8 बजकर 40 मिनट पर केके को वहां से ले जाया जाता है. कई सिग्नल हैं जो बता रहे हैं कि केके की तबीयत ठीक नहीं है,लेकिन उन पर ध्यान नहीं दिया गया. 

इसके बाद केके होटल ग्रांड जाते हैं. ये जगह गुरुदास कॉलेज से तकरीबन 6 किलोमीटर दूर है. जहां जाने में तकरीबन 20 मिनट लगते हैं. रात 9 बजे के बाद केके होटल पहुंचे. ऐसा बताया जा रहा है कि केके कमरे में जाने पर सोफे से गिर पड़ते हैं जिस दौरान उन्हें माथे पर और होंठ के पास चोट भी लगती है. 

रात 10 बजकर 15 मिनट पर उन्हें CMRI Hospital ले जाया जाता है. ये जगह कोलकाता के ग्रैंड होटल से 6 किलोमीटर दूर है पहुंचने में 15 से 20 मिनट लगते हैं. डॉक्टर बताते हैं कि वो अस्पताल पहुंचने से पहले ही उनकी मौत हो चुकी थी. डॉक्टर के माने तो हार्ट अटैक के बाद के एक घंटे के अंदर कोई जितनी जल्दी अस्पताल पहुंच जाए, उसकी जान बचने की संभावना उतनी ही बढ़ती है. इस पहले घंटे को डॉक्टर गोल्डन आवर कहते हैं. केके के मामले में वो एक घंटा कंसर्ट हॉल से होटल और होटल से अस्पताल जाने में बर्बाद हो गया. अगर वो सीधे अस्पताल जाते,तो बहुत मुमकिन है कि केके आज ज़िंदा होते. 

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