Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिला में बारिश से हुए नुकसान के बाद निवास निर्माण व मरम्मत कार्य के लिए मनरेगा शेल्फ को मंजूरी दे दी गई है. हमीरपुर जिला में मनरेगा के माध्यम से लगभग 75 करोड़ रुपये के कार्य करवाए जाएंगे.
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अरविंदर सिंह/हमीरपुर: हिमाचल प्रदेश में मानसून सीजन के दौरान खूब बारिश हुई, जिसकी वजह से यहां काफी नुकसान भी हुआ. इस भारी बारिश का असर हमीरपुर जिला में भी देखने को मिला. हमीरपुर में हुई अत्यधिक बारिश के कारण कहीं भूस्खलन हुआ तो कहीं बाढ़ आ गई, जिसकी वजह से कई जगहों पर जमीन भी धंस गई. इस सब की वजह से यहां भारी नुकसान भी हुआ.
मनरेगा के माध्यम से कराए जाएंगे 75 करोड़ रुपये के कार्य
मानसून सीजन के दौरान बारिश से हुए नुकसान के बाद पुनर्वास, पुनर्निर्माण व मरम्मत का कार्य तेजी से किया जा रहा है. हमीरपुर जिला प्रशासन द्वारा मनरेगा के माध्यम से लगभग 5500 अतिरिक्त शैल्फ मंजूर किए गए हैं. इस साल मनरेगा के माध्यम से लगभग 75 करोड़ रुपये के कार्यों को करवाए जाने की भी बात कही गई है.
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करीब 500 कार्यों की हुई शुरुआत
वहीं, एडीसी व प्रोजेक्ट डायरेक्टर डीआरडीए जितेंद्र सांजटा ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में मरम्मत व पुनर्निर्माण कार्यों को मनरेगा के माध्यम से करवाने के लिए लगभग 5500 अतिरिक्त शैल्फ पहले ही मंजूर किए जा चुके हैं, जिनमें से करीब 500 कार्य शुरू भी कर दिए गए हैं. उन्होंने बताया कि मनरेगा के तहत इस बार लगभग 75 करोड़ रुपये के विभिन्न कार्यों को करवाया जाएगा. जमीन धंसने से खतरे की जद में आए मकानों व बेघर हुए लोगों के पुनर्वास के लिए भी प्रदेश सरकार के निर्देशानुसार, आवश्यक कार्रवाई की जा रही है.
हमीरपुर में कुल 486 करोड़ रुपये का हुआ नुकसान
बता दें, इस मानसून सीजन में जिलाभर में कुल 486 करोड़ रुपये से अधिक के नुकसान आंकलन किया गया है. इस दौरान सड़कों, पुलों, पेयजल योजनाओं, ग्रामीण संपर्क मार्गों और सरकारी भवनों के अलावा लोगों की निजी संपत्ति को भी भारी क्षति हुई है. जिले भर में कुल 416 कच्चे-पक्के मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं.
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इनके अलावा 425 गौशालाएं और विभिन्न बस्तियों के आस-पास 266 डंगे भी धराशायी हो गए हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में संपर्क मार्ग, पक्के रास्तों और कृषि भूमि को भी भारी नुकसान पहुंचा है, जिन्हें सही करने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा जिला प्रशासन को मनरेगा शैल्फ में भी इनका काम करवाने के निर्देश जारी किए गए हैं.
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