Bilaspur News: पोर्टेबल हैंड हेल्ड एक्स-रे मशीन करेगी अब टीबी की जांच. एक्स-रे के लिए मरीजों को नहीं जाना होगा अब बाहरी राज्य. पढ़ें पूरी डिटेल..
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Bilaspur News: बिलासपुर जिला को साल 2025 तक टीबी मुक्त बनाने के लिए प्रशासन की पहल लगातार जारी है. जी हां, अब टीबी के संदिग्ध मरीज को टीबी एक्स-रे जांच के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा. उन्हें घर के पास ही इसकी सुविधा मिल जाएगी.
जिला प्रशासन के लगातार प्रयासों के चलते अड़ानी फाउंडेशन ग्रुप के सहयोग से बिलासपुर ज़िला के लिए पहली पोर्टेबल हैंड हेल्ड एक्स-रे मशीन प्राप्त हुई है. इस मशीन की सहायता से अब स्वास्थ्य विभाग जिला के संदिग्ध टीबी रोगियों की पहचान आसानी से कर सकेगा.
वहीं उपायुक्त बिलासपुर आबिद हुसैन सादिक ने जिला बिलासपुर को पोर्टेबल हैंड हेल्ड एक्स-रे मशीन प्रदान करने के लिए एसीसी सीमेंट अड़ानी फाउडेशन ग्रुप का आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि आधुनिक सुविधाओं से लैस यह मशीन जिला बिलासपुर को टीबी मुक्त बनाने के लिए काफी कारगर सिद्ध होगी.
साथ ही उन्होंने बताया कि टीबी एक्स-रे जांच के लिए अब मरीजों को दूर नहीं जाना पड़ेगा. उन्हें घर के नजदीक ही एक्स-रे की सुविधा मिल जाएगी. बिलासपुर के क्षेत्रीय अस्पताल में पोर्टेबल हैंड हेल्ड एक्स-रे मशीन पहुंच गई है व इस मशीन का शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को घर के नजदीक एक्स-रे की सुविधा मिलेगी.
वहीं, लक्षण सामने आने पर मरीज शीघ्र ही डॉक्टर के पास पहुंचकर अपना इलाज शुरू करवा सकेगा. साथ ही उन्होंने बताया कि आधुनिक तकनीक से लैस हाथ से चलने वाली एक्स-रे मशीन को कहीं भी आसानी से ले जाया जा सकता है. स्वास्थ्य शिविरों में यह मशीन काफी मददगार सिद्ध होगी. साथ ही उन्होंने बताया कि व्यक्ति का एक्स-रे करने के उपरांत यह मशीन तुरंत अपनी रिपोर्ट देगी और कंफर्म करेगी की संबंधित व्यक्ति में टीबी के लक्षण हैं या नहीं.
उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को शीघ्र ही बरमाणा क्षेत्र में स्वास्थ शिविर लगाने के निर्देश देते हुए कहा कि लक्षण दिखने वाले व्यक्तियों का मौके पर ही पोर्टेबल हैंड हेल्ड एक्स-रे मशीन से एक्स-रे किया जाए तथा टीबी रोग की पुष्टि होने पर तत्काल प्रभाव से ईलाज शुरू किया जाए. इसके साथ ही उन्होंने एक्स-रे मशीन को चलाने के लिए ब्लॉक स्तर पर प्रशिक्षण दिलाये जाने के निर्देश भी दिये हैं.
उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक ने लोगों से भी आग्रह भी किया है कि अधिक समय तक खांसी, खांसी के साथ बलगम आना, बलगम के साथ खून आना, वजन कम होना, भूख न लगना और हल्का बुखार आदि के लक्षण दिखाई दें तो इन्हे नजर अंदाज न करें. शीघ्र ही अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में स्वास्थ्य की जांच करवाएं.
वहीं इस मौके पर अड़ानी फाउंडेशन ग्रुप के नॉर्थ जोन हेड मुकेश सक्सेना ने कहा कि प्रदेश के कल्याण के लिए वह हिमाचल के साथ जुड़े हुए हैं. स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के प्रति वचनबद्ध है ताकि अधिक से अधिक लोगों की मदद की जा सके.
रिपोर्ट- विजय भारद्वाज, बिलासपुर