Somvati Amavasya: जानें क्या है श्री रेणुका जी झील का महत्व, क्यों लाखों श्रद्धालु लगाते हैं आस्था की डुबकी
Advertisement
Article Detail0/zeephh/zeephh1783844

Somvati Amavasya: जानें क्या है श्री रेणुका जी झील का महत्व, क्यों लाखों श्रद्धालु लगाते हैं आस्था की डुबकी

Somvati Amavasya: श्रावण मास के सोमवती अमावस्या के अवसर पर भगवान परशुराम की जन्मस्थली श्री रेणुका जी में भक्तों का तांता लगा रहा. यहां भक्तों ने पवित्र श्री रेणुका जी झील में डुबकी लगाई. इस दौरान श्रद्धालुओं ने मंदिरों में माथा टेका और सुख समृद्धि कामना की.

Somvati Amavasya:  जानें क्या है श्री रेणुका जी झील का महत्व, क्यों लाखों श्रद्धालु लगाते हैं आस्था की डुबकी

Somvati Amavasya 2023: श्रावण माह के दूसरे सोमवार को अद्भुत ज्योतिष संयोग बना है. इस दिन सोमवार को आई अमावस्या के दिन सोमवती अमावस्या का शुभ सयोंग बना है. इस अवसर पर जिला सिरमौर के तीर्थ स्थल श्री रेणुकाजी की पावन सतयुग कालीन झील में स्नान, ध्यान, पूजा अर्चना के लिए श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा. 

श्री रेणुका जी भगवान विष्णु के अवतार भगवान परशुराम जी की जन्म स्थली है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, श्री रेणुका जी ने यहीं समाधि ली है. सोमवती अमावस्या इस बार श्रावण माह के दूसरे सोमवार को आई है, जिससे यहां स्नान करने का महत्व और भी बढ़ जाता है. इस दिन जिला भर के शिवालयों में भक्तों ने जलाभिषेक, बिल्वपत्र इत्यादि से भगवान भोले नाथ की आराधना की.

ये भी पढे़ं- Farmer News: 9 दिन बाद भी नहीं खुल पाए लिंक रोड, किसानों को हुआ भारी नुकसान

वहीं, सुप्रसिद्ध श्री रेणुकाजी झील में हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई. साथ ही श्रद्धालुओं ने तीर्थ के आदि उदासीन बड़ा अखाड़ा आश्रम में महंत 1008 रणेंद्र मुनि महाराज का आशीर्वाद लिया. इस दौरान बाहरी राज्यों के अलावा बड़ी संख्या में जिला के सेन धार, गिरिपार, धारटी धार से श्रद्धालुओं ने सोमवती अमावस्या अवसर पर पूण्य अर्जित करने के लिए विपरीत मौसम के बावजूद भारी संख्या में तीर्थ में हाजरी लगाई.

वहीं, जिला सिरमौर के पवित्र तीर्थ श्री रेणुकाजी झील में भी स्नान, ध्यान, पूजा अर्चना के लिए श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा. आसपास के क्षेत्रों सहित बाहरी शहरों और राज्यों से भी लोग भारी संख्या में यहां पहुंचे. जिला भर के शिवालयों में भक्तों ने जलाभिषेक से भगवान भोले नाथ की आराधना की. वहीं, सुप्रसिद्ध श्री रेणुकाजी झील में आस्था की डुबकी लगाई. इस दौरान बाहरी राज्यों के अलावा बड़ी संख्या में जिला के सभी क्षेत्रों से श्रद्धालुओं ने माता रेणुका के श्री चरणों में शीश नवाया. वहीं, भारी बारिश के बाद ऐतिहासिक श्री रेणुकाजी झील व परशुराम ताल पानी से नजर आया.

ये भी पढे़ें Himachal Pradesh में हुए नुकसान का जायजा लेने पहुंचेगी केंद्रीय टीम
  
यहां पहुंचे श्रद्धालुओं ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि श्री रेणुका जी मां में उनकी बहुत आस्था है. आज सभी ने सोमवती अमावस्या के मौके पर माता श्री रेणुका जी भगवान परशुराम के श्री चरणों में शीश नवाकर मनोकामनाएं मांगी हैं. उन्होंने बताया कि हिमाचल समेत आसपास के राज्यों से भी आज के दिन यह पवित्र श्री रेणुका जी झील में डुबकी लगाने हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं.

WATCH LIVE TV

Trending news