हमारी खास सीरिज अद्भुत हिमाचल की सैर में आज हम आपको 550 सालों से जिंदा ममी की कहानी बताएंगे.छोटे से गांव में एक ममी रहस्य का विषय बनी हुई है. कहते हैं कि यहां मिली यह ममी तिब्बत से गियु गांव में आकर तपस्या करने वाले लामा सांगला तेनजिंग की है. इस ममी की खास बात यह है कि यह अभी भी ध्यान मुद्रा में है...
Trending Photos
अद्भुत हिमाचल की सैर: कोई इंसान 100 या 150 साल तक जिंदा रह सकता है, लेकिन 500 साल तक कोई कैसे जिंदा रह सकता हैं. हमारी खास सीरिज अद्भुत हिमाचल की सैर में आज हम आपको 550 सालों से जिंदा ममी की कहानी बताएंगे.
अभी भी ध्यान मुद्रा में है ममी...
ये किस्सा हिमाचल प्रदेश के भारत-तिब्बत सीमा के नजदीक बसा लाहौल स्पीति के गियू गांव का हैं. इस छोटे से गांव में एक ममी रहस्य का विषय बनी हुई है. कहते हैं कि यहां मिली यह ममी तिब्बत से गियु गांव में आकर तपस्या करने वाले लामा सांगला तेनजिंग की है. इस ममी की खास बात यह है कि यह अभी भी ध्यान मुद्रा में है...
ममी के बाल-नाखून बढ़ते रहते...
कहा जाता है कि लामा ने साधना में लीन होते हुए अपने प्राण त्याग दिए थे. तेनजिंग बैठी हुई अवस्था में थे.. उस समय उनकी उम्र मात्र 45 साल थी. लोगों के अनुसार चौंकाने वाली बात यह है कि इस ममी के बाल और नाखून बढ़ते रहते हैं, इसीलिए लोग इसकी आज भी पूजा करते हैं.
ममी के सिर पर कुदाल लगने से निकला खून...
1974 में यहां आए भूकम्प में यह ममी जमीन में दफन हो गई थी. 1995 में आईटीबीपी के जवानों को सड़क बनाते समय खुदाई में यह ममी फिर मिल गई. कहते हैं कि खुदाई के समय इस ममी के सिर पर कुदाल लगने से खून तक निकल आया था, जो कि सामान्य तौर पर संभव नहीं है.
ममी को शिशे के एक कैबिन में रखा....
इस ममी की खास बात ये है कि ये अभी भी ध्यान मुद्रा में है. हैरान कर देने वाली बात ये है कि इनके बाल और नाखून आज भी बढ़ रहे हैं. इस ममी को शिशे के एक कैबिन में रखा गया है. ममी के बारे में लोगों की अलग-अलग मान्यताएं हैं. कई लोग इसे बौद्ध भिक्षु सांगला तेनजिंग बताते हैं तो कई लोग गांव का ही कोई संत बताते हैं. हालांकि, अब इस ममी के बाल और नाखून बढ़ने कम हो गए हैं.