जनता के लिए लॉक डाउन, लेकिन बीजेपी नेताओं के लिए सब जायज!
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जनता के लिए लॉक डाउन, लेकिन बीजेपी नेताओं के लिए सब जायज!

लॉकडाउन और धारा 144 के बीच बीजेपी के नेताओं ने पश्चिम बंगाल में इलेक्शन के रिजल्ट के बाद वहां हो रही हिंसात्मक घटनाओं के विरोध में हिसार के नागोरी गेट पर धरना दिया

 लॉकडाउन और धारा 144 के दौरान हिसार में धरना देते बीजेपी के नेतागण
रोहित कुमार/हिसार : कोविड 19 के चलते हरियाणा में लॉकडाउन हैं, ऐसे में आपको घर से बाहर निकलने और यहां तक की शादी ब्याह के लिए भी सरकारी परमिशन की जरुरत पड़ेगी, लेकिन हिसार में बीजेपी के नेताओं ने जो किया वो पूरे सिस्टम पर ही सवाल उठा रहा है। दरसअल, लॉकडाउन और धारा 144 के बीच बीजेपी के नेताओं ने पश्चिम बंगाल में इलेक्शन के रिजल्ट के बाद वहां हो रही हिंसात्मक घटनाओं के विरोध में हिसार के नागोरी गेट पर धरना दिया। सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक चले इस धरने पर बीजेपी के हिसार के विधायक डॉ कमल गुप्ता, हांसी के विधायक विनोद भ्याणा, जिलाध्यक्ष कैप्टन भूपेंद्र सहित बीजेपी के नेतागण मौजूद रहे। हालात यह थे कि बकायदा टैंट लगाया गया और टैंट में ये सभी नेतागण लिमिटिड संख्या में बैठे, लेकिन जो दूसरे वर्कर थे और जो इनके चालक या सिक्योरिटी गार्ड थे, वो धरने स्थल के नजदीक खड़े नजर आएं। लेकिन इन नेताओं से ना तो इसी पुलिस कर्मी ने सवाल पूछा और ना ही कहा कि धरना उठाओ।
 
आमजन को FIR तक की वार्निंग
अगर आप लॉकडाउन की अवधि में घर से बाहर निकलते हैं, तो आपका चालान हो सकता हैं साथ ही गृह मंत्री अनिल विज तो एफआईआर करवाने तक की बात कह रहे हैं, लेकिन हिसार में बीजेपी के नेताओं ने आज श्चिम बंगाल में इलेक्शन के रिजल्ट के बाद वहां हो रही हिंसात्मक घटनाओं के विरोध में हिसार के नागोरी गेट पर धरना दिया। हैरानी होगी कि इस धरना स्थल के बिल्कुल नजदीक पुलिस की दो टुकड़िया भी तैनात थी, लेकिन किसी ने इन नेताओं से सवाल तक नहीं किया। अब सवाल यहीं हैं कि जनता के लिए नियम अलग और बीजेपी के लिए सब जायज, ये दोहरे मापदंड क्यों?
 
क्या कहा नेता जी ने
धरने पर बैठे हिसार के विधायक डॉ कमल गुप्ता और हांसी के विधायक विनोद भ्याना ने ममता बनर्जी को जमकर कोसा। उन्होंने कहा कि टीएमसी के कार्यकर्ता बंगाल में जो हिंसात्मक वारदात कर रहे हैं वो गलत हैं। ऐसे में राष्ट्रपति से उन्होंने इस सम्बंध में गुहार लगाई हैं। जब उनसे पूछा गया कि कोविड 19 के संकट में धरना देना कितना उचित हैं वो भी तब जब लॉक डाउन हो तो उनका कहना था कि संख्या लिमिटेड हैं।
 
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