टोक्यो ओलंपिक में भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने ब्रॉन्ज मेडल जीतकर देश का नाम रोशन किया है. हॉकी टीम के इस शानदार प्रदर्शन से हिमाचल का भी मान बढ़ा है.
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राजन शर्मा/हिमाचलः टोक्यो ओलंपिक में भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने ब्रॉन्ज मेडल जीतकर देश का नाम रोशन किया है. हॉकी टीम के इस शानदार प्रदर्शन से हिमाचल का भी मान बढ़ा है. हॉकी टीम के खिलाड़ी वरूण कुमार हिमाचल प्रदेश के चंबा जिला के डल्हौजी के मूल निवासी हैं. हिमाचल सरकार वरूण कुमार को 1 करोड़ रुपये का नकद पुरस्कार प्रदान करेगी.
इसके साथ ही वरूण कुमार को पुलिस विभाग में DSP के पद पर नियुक्त किया जाएगी. ये घोषणा मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शुक्रवार को विधानसभा में की. मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘41 साल बाद देश को हॉकी में पदक जीता है. वरुण कुमार को 1 करोड़ दिया जाएगा. वरूण कुमार को उनकी योग्यता के अनुसार पुलिस विभाग में DSP की नौकरी देने की भी सदन में घोषणा की.
सदन में उठा करुणामूलक आश्रितों को नौकरी का मुद्दा, विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने पूछा कब तक सरकार देगी नौकरी, तो मुख्यमंत्री बोले मुख्य सचिव की अध्यक्षता में बनेगी कमेटी, जल्द होगा फैसला. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बताया कि ‘मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन करके सभी पहलुओं को स्टडी किया जाएगा. क्या एकमुश्त इनको नौकरी दी जा सकती हैं. कुछ मामले कोर्ट में भी चल रहे हैं.’
मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘सरकार के पास करुणामूलक मूलक आधार पर 2779 मामले लंबित है. सभी विभागों को नीति के अनुरूप प्रथमिकता के आधार पर भरने के निर्देश दिए गए.’ वहीं करुणामूलक आश्रितों को एकमुश्त नौकरी देने का मामले उठा. विपक्ष के नेता ने कहा कि ‘करुणामूलक आश्रित लगातार सरकार से नौकरी की मांग कर रही है. लेकिन, सरकार उनकी कोई सुनवाई नही कर रही है.’
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मुख्यमंत्री ने सदन में कमेटी बनाने की बात कही है. उन्होंने कहा कि कमेटियां मामले को लटकाने के लिए बनाई जाती है. उन्होंने मुख्यमंत्री से शीघ्र पात्रता के आधार पर नौकरी देने की मांग की. प्रश्नकाल के दौरान नेता विपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने सदन में हिमाचल पथ परिवहन निगम के अंतर्गत पेंशन भोगियों की शेष अदायगी और डीए व एरियर भुगतान का मामला उठाया और पूछा कि कब तक सरकार इनको शेष अदायगी दे देगी. क्योंकि परिवहन के पेंशन भोगी सेवानिवृत्त होने के बाद वितीय लाभों के लिए सड़कों पर है जो कि बेहद शर्मनाक है.
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