हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले पॉलिटिकल पार्टियां जनता के बीच जाकर अपने काम गिरवा रही हैं और एक-दूसरे पर जमकर जुबानी हमला भी बोल रही हैं. अब हिमाचल कांग्रेस अनुसूचित विभाग के अध्यक्ष अमित नंदा ने प्रदेश की जयराम सरकार पर निशाना साधा है.
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अंकुश ढोबला/शिमला: हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस और बीजेपी के बीच वार पलटवार का दौर जारी है. प्रदेश में सत्ता हासिल करने के लिए कांग्रेस, बीजेपी और आम आदमी पार्टी सभी जीत हासिल करने के लिए प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में जाकर रैलियां और कार्यक्रम कर जनसभाओं को संबोधित कर रही हैं. जहां एक ओर बीजेपी जनता को अपने काम गिरवा रही है वहीं कांग्रेस और आप फ्री गारंटियों का तोहफा देकर जनता को लुभाने की कोशिश कर रही है.
अमित नंदा ने प्रदेश की जयराम सरकार पर साधा निशाना
इतना ही नहीं इस बीच पॉलिटिकल पार्टियां जनता के बीच जाकर एक-दूसरे पर जमकर जुबानी हमला भी बोल रही हैं. कभी बीजेपी, कभी 'आप' तो कभी कांग्रेस पार्टी. ऐसे में अब हिमाचल कांग्रेस अनुसूचित विभाग के अध्यक्ष अमित नंदा ने प्रदेश की जयराम सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार ओल्ड पेंशन स्कीम की बहाली को लेकर गंभीर नहीं है. सरकार कर्मचारियों को ओल्ड पेंशन देकर कर्मचारियों के साथ गलत व्यवहार कर रही है.
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कांग्रेस करेगी ओल्ड पेंशन स्कीम बहाल-अमित नंदा
हिमाचल कांग्रेस अनुसूचित विभाग के अध्यक्ष अमित नंदा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने अपनी 10 गारंटियों में सबसे पहली गारंटी ओल्ड पेंशन स्कीम को बहाल करने की मांग रखी है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी सत्ता में आने के 10 दिन के अंदर ही ओल्ड पेंशन स्कीम को बहाल कर देगी. न्यू पेंशन स्कीम से कर्मचारियों को नुकसान हो रहा है. कर्मचारी लंबे समय से ओल्ड पेंशन स्कीम की बहाली को लेकर आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन सरकार अभी तक इसके लिए गंभीर नजर नहीं आ रही है.
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बता दें, हिमाचल प्रदेश के सरकारी कर्मचारी काफी समय से पुरानी पेंशन योजना को बहाल करने की मांग कर रहे हैं. ये कर्मचारी मिलकर विधानसभा के बाहर प्रदर्शन भी कर चुके हैं. गौरतलब है कि हिमाचल में सरकार की ओर से पुरानी पेंशन योजना के तहत पेंशन दी जाती थी, लेकिन अप्रैल 2004 से इसे बंद कर दिया गया. ऐसे में अब कर्मचारी इसे बहाल करने की मांग कर रहे हैं.
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