PAK vs USA: पाकिस्तान को हराने के लिए आखिर क्यों मुंबई का ये गेंदबाज 14 साल से बना रहा था प्लान, जानें
Advertisement
trendingNow,recommendedStories0/zeesalaam/zeesalaam2283329

PAK vs USA: पाकिस्तान को हराने के लिए आखिर क्यों मुंबई का ये गेंदबाज 14 साल से बना रहा था प्लान, जानें

PAK vs USA, T20 World Cup 2024: पाकिस्तान को जीत के लिए सुपर ओवर में 19 रनों की जरूरत थी, लेकिन 13 रन बना ही सकी. यह ओवर यूएसए की तरफ से सौरभ नेत्रवलकर कर रहे थे, जो मैच के हीरो भी रहे. करोड़ों पाकिस्तानियों का दिल तोड़ने वाला मुंबई में जन्मे तेज गेंदबाज सौरभ नेत्रवलकर को 14 साल इस जीत का इंतजार था. 

PAK vs USA: पाकिस्तान को हराने के लिए आखिर क्यों मुंबई का ये गेंदबाज 14 साल से बना रहा था प्लान, जानें

PAK vs USA: बाबर आजम की अगुआई वाली पाकिस्तान क्रिकेट टीम ने 8 महीने पहले वनडे वर्ल्ड कप 2023 में जिस तरह का प्रदर्शन किया था. उसी प्रदर्शन को दोहराते हुए पाकिस्तान ने टी20 वर्ल्ड कप 2023 में भी शुरुआत की. दरअसल, बीते गुरुवार को उसे सह-मेजबान यूएसए के हाथों शर्मनाक हार झेलनी पड़ी है. जिसके बाद पााकिस्तान क्रिकेट की काफी आलोचनाएं हो रही हैं.

पाकिस्तान को जीत के लिए सुपर ओवर में 19 रनों की जरूरत थी, लेकिन 13 रन बना ही सकी. यह ओवर यूएसए की तरफ से सौरभ नेत्रवलकर कर रहे थे, जो मैच के हीरो भी रहे. करोड़ों पाकिस्तानियों का दिल तोड़ने वाला मुंबई में जन्मे तेज गेंदबाज सौरभ नेत्रवलकर को 14 साल इस जीत का इंतजार था. 

14 सालों से था इस दिन का इंतजार
बता दें कि नेत्रवलकर और पाकिस्तान के बाबर आजम के बीच प्रतिद्वंद्विता साल 2010 अंडर19 वर्ल्ड कप से चली आ रही है, जहां बाबर की पाकिस्तान टीम ने क्वार्टर फाइनल में नेत्रवलकर के भारत को हराया था. 14 साल बाद नेत्रवलकर जो अब अमेरिकी टीम के अहम सदस्य हैं.आखिरकार, नेत्रवलकर ने यादगार गेंदबाजी करते हुए 14 साल बाद बाबर आजम से बदला लिया. 

नेत्रवलकर का सफर भारत के मुंबई में शुरू हुआ.क्रिकेट के प्रति उनका जुनून बहुत ज्यादा था. लेकिन देश में कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना आसान नहीं था. यही कारण है कि उन्होंने भारत के बजाय दूसरे देश में अवसरों की तलाश करने का विकल्प चुना.

नत्रवलकर ने काफी चुनौतियों के बाद नहीं मानी हार
नेत्रवलकर ने संयुक्त राज्य अमेरिका में अपनी जगह तलाश ली. बाएं हाथ के तेज गेंदबाज के पास अद्वितीय गति और विशाल कद होने की वजह से उन्हें एक मजबूत प्रतिद्वंद्वी बना दिया. हालांकि, नेत्रवलकर की यहां तक की यात्रा काफी चुनौतियों से भरी थी. ओरेकल में एक सीनियर सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में काम करने के साथ क्रिकेट खेल पाना आसान नहीं था. फिर भी, नेत्रवलकर ने दोनों कामों के प्रति अटूट प्रतिबद्धता ने उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया.

पाकिस्तान के खिलाफ अहम मैच के दिन नेत्रवलकर जबरदस्त प्रदर्शन कर यूएसए को इस ऐतिहासिक मैच में शनादार जीत दिलाई.   

 

Trending news