Stress Management: WHO के मुताबिक Stress को हम जीवन के किसी भी प्रकार के बदलाव से पारिभाषिक कर सकते हैं. यह बदलाव जॉब में, फैमिली में, सोसायटी में, सेहत में, सोच में और किसी दूसरे से तुलना में भी हो सकता है. यह स्ट्रेस ज्यादा तब बढ़ जाता है, जब हम जीवन के इन बदवाओं को स्वीकार नहीं कर पाते हैं. शायद ही कोई ऐसा इंसान होगा जिसे स्ट्रेस न होता हो. तो जरूरी ये हैं कि हम स्ट्रेस को मैनेज करने का उपाए खोज ले. ऐसे में हमने मोनोरोग विशेषज्ञ DR. DEEPAK RAHEJA से बात की. पर यहां एक सवाल उठता है कि क्या हमेशा स्ट्रेस बुरा होता है, या फिर स्ट्रेस अच्छा भी हो सकता है? क्योंकि देखा जाए तो अंडर स्ट्रेस हम ज्यादा जिम्मेदारी से काम कर पाते हैं. ज्यादा चुनौतियों के लिए भी तैयार होते हैं. इसको लेकर हमने मनोवैज्ञानिक Md Matiur Rahman जी से बात की. अपने आप को मेंटली फिट रखने की जिम्मेदारी हमारी है. स्ट्रेस मेंनेज करने के भतेरे तरिके आपको मिल जाएंगे, बस आपको अपने स्ट्रेस के बारे में बात करने की जरूरत है क्योंकि बात करने से बात बनेगी.