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WWE में धमाल मचाने के लिए तैयार है हिंदुस्तान का आरिफ खान! द ग्रेट खली ने दिया नया नाम

रामबन/राजा रहबर जमाल: जुनूनी इरादों से मनचाही मंजिल तक पूरी शिद्दत से पहुंचा जा सकता है. इस बात को जम्मू-कश्मीर के नौजवान ने साबित कर दिखाया है. जी हां, जम्मू के जिला रामबन के रहने वाले आरिफ खान (Arif Khan) आजकल अपने सपने को जी रहे हैं. अगर सब कुछ ठीक रहा तो जल्द ही दुनिया भर में मशहूर वर्ल्ड रेसलिंग इंटरटेनमेंटस (WWE) की दुनिया में जम्मू-कश्मीर के रामबन जिला के गांव नील का छह फीट से ऊंची कद-काठी वाला बादशाह खान रेसलिंग रिंग में प्रतिद्वंद्वी पहलवानों को धूल चटाते हुए नजर आएगा.

द ग्रेट खली से ली ट्रेनिंग

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द ग्रेट खली से ली ट्रेनिंग

23 वर्षीय बादशाह खान इस समय द ग्रेट खली की पंजाब के जालंधर में मौजूद एकेडमी में सख्त मेहनत कर अपने आप को मुंबई में आयोजित होने वाली आगामी वर्ल्ड रेसलिंग इंटरटेनमेंटस के इंडिया ट्राइआउट्स के लिए तैयारी कर रहे हैं. 

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इस प्रतियोगिता में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले भारतीय पहलवान यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका के ओरलेंडा स्थित वर्ल्ड रेसलिंग इंटरटेनमेंटस के परफार्मेंस सेंटर में चयनित हो सकेंगे. यही वजह है कि भारत में आयोजित होने वाले वर्ल्ड रेसलिंग इंटरटेनमेंटस के ट्राइआउट्स में 40 शीर्ष पहलवान हिस्सा लेंगे.

10 घंटे करते हैं वर्कआउट

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10 घंटे करते हैं वर्कआउट

जम्मू-कश्मीर के बादशाह खान इस समय देश के शीर्ष पहलवानों की सूची में पांचवें पायदान पर हैं. इसलिए वह किसी भी हालत में अपने हाथों से यह सुनहरा मौका जाने नहीं देने के लिए हर दिन 10 घंटों की सख्त मेहनत कर रहे हैं.

दुनिया का नंबर-1 पहलवान बनना चाहते हैं बादशाह

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दुनिया का नंबर-1 पहलवान बनना चाहते हैं बादशाह

बादशाह खान ने कहा कि मेरा बचपन से ही सपना था कि में रेसलिंग करूं. वो अपने गुरू द ग्रेट खली की तरह वर्ल्ड रेसलिंग इंटरटेनमेंटस (WWE) की दुनिया में नंबर-1 पहलवान बनना चाहते हैं. यही वजह है कि वह खली की देख-रेख में छह घंटे वर्कआउट और चार घंटे रेसलिंग के अभ्यास में जुटे रहते हैं.

सब इंस्पेक्टर के पद तैनात हैं पिता

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सब इंस्पेक्टर के पद तैनात हैं पिता

उन्होंने बताया कि वह अपने अब्बू मोहम्मद सलीम बोहरु जो सीआरपीएफ में सब इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत हैं, से बचपन से ही रेसलिंग के पहलवानों की कहानियां सुनते आए थे. उनके पिता ने उन्हें द ग्रेट खली की जिंदगी के संघर्ष से लेकर वर्ल्ड रेसलिंग इंटरटेनमेंटस की दुनिया में नाम कमाने की पूरी दास्तां सुनाई. इसके बाद से ही उनमें रेसलिंग की दुनिया में जाने का जुनून पैदा हो गया. उन्होंने बताया कि परिवार का हर मेंबर उनकी अम्मी जाना बेगम, भाई आफताब सलीम बोहरु और बहन नोरीना सलीम बोहरु ने उनका भरपूर सहयोग किया है.

ग्रेट खली ने दिया बादशाह नाम

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ग्रेट खली ने दिया बादशाह नाम

अरिफ सलीम बोहरू बताते हैं कि वह दो बार द ग्रेट खली की जालंधर स्थित एकेडमी में दाखिला लेने के लिए आए. पहली बार तो उन्हें निराशा हाथ लगी लेकिन दूसरी बार वह पूरी तैयारी के साथ एकेडमी में पहुंचे और अपना पूरा दमखम लगाकर अपने आप को साबित करने की कोशिश की. द ग्रेट खली उनके प्रदर्शन से इतना खुश हुए कि उन्हें आरिफ सलीम बोहरु से बादशाह खान का नाम दे दिया. उन्होंने कहा कि अब बादशाह उपनाम देने से उनकी जिम्मेदारी पहले से कई गुना ज्यादा बढ़ गई है. अगर सभी की दुआएं उनके साथ रहेंगी तो वो दिन दूर नहीं जब वर्ल्ड रेसलिंग इंटरटेनमेंटस की दुनिया में प्रोफेशनल रेसलर बनने वाले जम्मू-कश्मीर के पहले खिलाड़ी होंगे.

सरकार से की यह अपील

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सरकार से की यह अपील

बादशाह खान ने सरकार से भी अपील की है कि वह उनकी मदद के लिए सामने आए ताकि इस के साथ-साथ अन्य युवा भी रेसलिंग में अपने देश का नाम रोशन कर सकें. उन्होंने कहा कि सामने बराक लेसनर हो या ओर कोई मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता. मैं हर किसी को धूल चटा सकता हूं.