पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने सुरक्षा चौकी को फिर बनाया निशाना, तीन की मौत
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पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने सुरक्षा चौकी को फिर बनाया निशाना, तीन की मौत

Terrorists Attack Khyber Pakhtunkhwa: आतंकवादियों ने साउथ वज़ीरिस्तान की बॉर्डर से लगते डिखान जिले में मंगलवार को अबा शहीद जांच चौकी पर हमला किया. इस हमले में दो मज़दूरों और एक सिक्योरिटी फोर्स की मौत हो गई. 

 

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने सुरक्षा चौकी को फिर बनाया निशाना, तीन की मौत

Pakistan News: पाकिस्तान के अशांत खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में आतंकियों द्वारा लगातार सिक्योरिटी फोर्सेज और मजदूरों को निशाना बनाया जा रहा है. एक ताजा मामले में आतंकियों ने तीन लोगों को मौत के घाट उतार दिया. पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि आतंकवादियों ने एक सुरक्षा जांच चौकी पर हमला कर दिया, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई और दो लोग बुरी तरह से जख्मी हो गए हैं.   

बता दें कि आतंकवादियों ने साउथ वज़ीरिस्तान की बॉर्डर से लगते डिखान जिले में मंगलवार को अबा शहीद जांच चौकी पर हमला किया. इस हमले में दो मज़दूरों और एक सिक्योरिटी फोर्स की मौत हो गई. पुलिस ने बताया कि ‘थर्मल विज़न कैमरों’ के जरिए पत चला है  कि इस हमले में आतंकवादी मौजूद थे. पुलिस ने बताया कि हमले के बाद खोजबीन के दौरान बुधवार को तीनों शव बरामद हुए.

पुलिस के मुताबिक, हमले में दो मज़दूर जख्मी हुए हैं जिन्हें डेरा जिला हॉस्पीटल में भर्ती कराया गया है. अभी तक इस हमले की जिम्मदेरी किसी भी ग्रुप ने नहीं ली है. बता दें कि बैन पाकिस्तान तहरीक-ए-तालिबान (टीटीपी) के साथ साल 2022 में सरकार का संघर्ष विराम खत्म होने के बाद से पाकिस्तान में सिक्योरिटी फोर्सेज पर हमले बढ़े हैं. ऑफिशियल आंकड़ों के मुताबिक, खैबर पख्तूनख्वा में बीते साल 2023 में 300 से ज्यादा हमले किए गए हैं, जिनमें ज्यादातर हमलों की जिम्मेदारी टीटीपी ने ली है.  तहरीक-ए-तालिबान की स्थापना साल 2007 में हुई थी.

गौरतलब है कि बीते पिछले साल 23 दिसंबर को आतंकवादियों ने एक अंडर कन्सट्रक्शन पुलिस स्टेशन पर काम कर रहे छह मजदूरों की गोली मारकर हत्या कर दी थी.  यह घटना भी साउथ वजीरिस्तान जनजातीय जिले वाना में हुई थी. सभी मजदूरों को आतंकवादियों द्वारा तब निशाना बनाया गया था, जब वे अपने तंबू में आराम कर रहे थे. जबकि इसी साल के अगस्त महीने में इसी आतंकवादी हमले में 11 मजदूर मारे गए और दो जख्मी हो गए थे.

 

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