ईरान ने इतालवी जर्नलिस्ट सेसिलिया साला को क्यों किया अरेस्ट, बताई ये वजह?
Advertisement
trendingNow,recommendedStories0/zeesalaam/zeesalaam2581357

ईरान ने इतालवी जर्नलिस्ट सेसिलिया साला को क्यों किया अरेस्ट, बताई ये वजह?

Tehran News: ईरान ने इतालवी पत्रकार सेसिलिया साला को अरेस्ट कर लिया है. तेहरान ने इससे पहले भी विदेशी पत्रकारों को ईरान के कानून का उल्लंघन करने के इल्जाम में पकड़ा है. अमेरिकी पत्रकार रोक्साना सबेरी और वाशिंगटन पोस्ट के पत्रकार जेसन रेज़ियान को भी हिरासत में लिया था. जानें आखिर बार-बार पश्चिमी पत्रकारों की ईरान में गिरफ्तारी क्यों होती है और सेसिलिया के ऊपर क्या आरोप है?

 

ईरान ने इतालवी जर्नलिस्ट सेसिलिया साला को क्यों किया अरेस्ट, बताई ये वजह?

ईरान: तेहरान ने सोमवार को पुष्टि की कि एक इतालवी पत्रकार को इस्लामी गणतंत्र ईरान के कानूनों का उल्लंघन करने के इल्जाम में अरेस्ट किया गया है. देश के संस्कृति और इस्लामी मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि सेसिलिया साला ने पत्रकार वीजा पर 13 दिसंबर को ईरान की यात्रा पर आई थी. आईआरएनए समाचार एजेंसी के मुताबिक, उन्हें छह दिन ही बाद इस्लामी गणराज्य के कानूनों का उल्लंघन करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया.

इतालवी पत्रकार ने घर वालों से की बात
बयान में यह भी कहा गया है कि जर्नलिस्ट साला के मामले की जांच चल रही है, उसकी गिरफ्तारी की सूचना इतालवी दूतावास को दे दी गई है. मंत्रालय ने कहा कि साला की गिरफ्तारी प्रासंगिक नियमों के तहत की गई. उसे ईरान ने अपने राजनयिक से मिलने की इजाजत दी है और  उसने अपने परिवार से भी फोन पर कॉन्टैक्ट किया है.

इतालवी पत्रकार को 'एविन' जेल में किया कैद
वहीं, इस बारे में शुक्रवार को इटली के विदेश मंत्रालय ने कहा कि ईरानी पुलिस ने साला को 19 दिसंबर को राजधानी तेहरान में हिरासत में लिया था. इतालवी दैनिक इल फोग्लियो ने कहा कि उन्हें तेहरान की एविन जेल में रखा गया है.

इटली ने क्या कहा?
इल फोग्लियो ने कहा कि साला नियमित वीज़ा पर ईरान गई थी. वो तेहरान  "उस देश पर रिपोर्ट करने के लिए गई थी, जिसे वह जानती है और प्यार करती है." दरअसल, साल 1979 के अमेरिकी दूतावास के संकट के बाद से, जिसमें 444 दिनों की कैद के बाद दर्जनों बंधकों को रिहा किया गया था, ईरान ने तब बातचीत कर पश्चिमी संबंधों वाले कैदियों के लिए सौदेबाजी की. इसी के तहत ईरान ने सितंबर 2023 में तेहरान की जेल में बंद पांच अमेरिकियों को USA के हिरासत में मौजूद पांच ईरानियों के बदले में रिहा कर दिया था. साथ ही  दक्षिण कोरिया द्वारा जब्त की गई 6 बिलियन डॉलर की ईरानी संपत्ति को छोड़ दिया.

तेहरान में पहले भी हुई है विदेशी पत्रकारों की गिरफ्तारी 
तेहरान ने इससे पहले भी पश्चिमी पत्रकारों को ईरान के कानून का उल्लंघन करने के इल्जाम में पकड़ा है. अमेरिकी पत्रकार रोक्साना सबेरी को साल 2009 में 100 दिनों के लिए ईरान द्वारा हिरासत में लिया गया था. इसके अलावा वाशिंगटन पोस्ट के पत्रकार जेसन रेज़ियान को भी हिरासत में लिया गया था, जिन्हें 2016 में ईरान और अमेरिका के बीच कैदियों की अदला-बदली में रिहा होने से पहले 540 दिनों से ज्यादा समय तक कैद मे रखा था. 

Trending news