Indonesia: बांग्लादेश के बाद अब इस मुस्लिम देश में भड़की हिंसा; प्रदर्शनकारियों का संसद पर कब्ज़ा!
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Indonesia: बांग्लादेश के बाद अब इस मुस्लिम देश में भड़की हिंसा; प्रदर्शनकारियों का संसद पर कब्ज़ा!

Indonesia Election Law Violence: बांग्लादेश के बाद सबसे बड़े मुस्लिम देश में इंडोनेशिया में हिंसा भड़क गई है. प्रदर्शनकारियों ने संसद और कई सरकारी इमारतों में घुसकर काफी तोड़फोड़ की और आग लगा दी. फिलहाल पुलिस और सिक्योरिटी फोर्स ने भीड़ को तितर-बितर कर दिया है.  

 

Indonesia: बांग्लादेश के बाद अब इस मुस्लिम देश में भड़की हिंसा; प्रदर्शनकारियों का संसद पर कब्ज़ा!

Indonesia Violence: बांग्लादेश के बाद एक और मुस्लिम देश इंडोनेशिया में हिंसा भड़क गई है. सबसे बड़े मुस्लिम देश की राजधानी जकार्ता में चुनाव कानून प्रक्रिया में संशोधन के बाद हजारों की संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए. विरोध कर रही भीड़ देखते ही देखते ही पार्लियामेंट में ही धावा बोल दिया. प्रदर्शनकारियों ने संसद भवन में घुसकर आगजनी और तोड़फोड़ कर दी. इससे पहले संसद भवन की सुरक्षा में लगे सुरक्षाकर्मियों ने भीड़ को जब रोकने की कोशिश को प्रदर्शनकारियों संसद भवन के गेट उखाड़ दिया और संसद भवन में घुस गए. 

प्रदर्शनकारियों ने संसद भवन समेत कई सराकरी इमारतों में लगाई आग
विरोध कर रहे लोगों ने जकार्ता की सड़कों पर जमकर बवाल काटा. संसद भवन के साथ कई सरकारी इमारतों को भी नुकसान पहुंचाया. बेकाबू प्रदर्शनकारी के खिलाफ आखिरकार पुलिस और सेना को जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी. सिक्योरिटी फोर्सेज ने प्रदर्शन कर रहे लोगों को खदेड़ के लिए सख्त एक्शन लेते हुए आंसू गैस के गोले छोड़े और अनियंत्रित भीड़ कंट्रोल करने के लिए  वाटर कैनन का इस्तेमाल किया. इस दौरान पुलिस और सेना के जावनों ने प्रदर्शनकारियों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा. 

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सुप्रीम कोर्ट के इस आदेश के बाद भड़की हिंसा
दरअसल,  बुधवार 21 अगस्त को को इंडोनेशिया की सु्प्रीम कोर्ट ने ने फैसला सुनाया था कि किसी भी कैंडिडेट को चुनाव में उतारने के लिए पार्टियों को रिजनल असेंबलीज में कम से कम 20 फीसदी सपोर्टट की जरूरत नहीं है. हालांकि, शीर्ष अदालत के इस फैसले के बाद इंडोनेशिया की पार्लियामेंट में इस फैसले को पलटने की कोशिश की गई. जिसके कारण वहां हिंसा भड़क गई और लोग इसके खिलाफ प्रदर्शन करने लगे. इस हिंसा की आग राजधानी जकार्ता  समेत पड़ांग, बांडुंग और योग्याकार्ता जैसे शहरों तक पहुंच गई.

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