Bihar News: सैंकड़ों बच्चों के बेहोश होने के बाद जिद्दी प्रशासन की अकड़ पड़ी ढीली; 8 जून तक बिहार के सभी स्कूल बंद
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Bihar News: सैंकड़ों बच्चों के बेहोश होने के बाद जिद्दी प्रशासन की अकड़ पड़ी ढीली; 8 जून तक बिहार के सभी स्कूल बंद

Bihar News: बिहार में भीषण गर्मी की वजह से सूबे के कई जिलों के अलग-अलग सरकारी स्कूलों में 500 से ज्यादा बच्चें बेहोश हो गए. जिसके बाद बिहार सरकार ने बड़ा फैसला लिया है.

Bihar News: सैंकड़ों बच्चों के बेहोश होने के बाद जिद्दी प्रशासन की अकड़ पड़ी ढीली; 8 जून तक बिहार के सभी स्कूल बंद

Bihar News: देश के कई हिस्सों में भीषण गर्मी का सितम जारी है. इस बीच बिहार में भीषण गर्मी की वजह से सूबे के कई जिलों के अलग-अलग सरकारी स्कूलों में 500 से ज्यादा बच्चें बेहोश हो गए. जिसके बाद बिहार सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. भीषण गर्मी को देखते हुए बिहार सरकार ने सूबे के सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया है. 

8 जून तक बंद रहेंगे सभी स्कूल
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रदेश के मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा ​​को भीषण गर्मी को देखते हुए सभी स्कूलों को बंद करने का निर्देश दिया है. बिहार सीएमओ ने बताया कि सीएम ने संकट प्रबंधन समूह की बैठक आयोजित करने और जरूरी कदमों पर फैसला लेने का भी निर्देश दिया है. बिहार में भीषण गर्मी को देखते हुए बिहार के सभी निजी और सरकारी स्कूल और कोचिंग सेंटर 30 मई से 8 जून तक बंद रहेंगे.

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राज्यपाल ने लिया संज्ञान
इस बीच, सूबे में भीषण गर्मी की वजह से स्कूली बच्चों के बीमार पड़ने की खबर मिलने के बाद बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर भी हरकत में आएं हैं और उन्होंने राज्य के मुख्य सचिव से फोन पर बात की और अगले कुछ दिनों तक बिहार के सभी स्कूलों को बंद रखने और सभी जिला अधिकारियों के जरिए बच्चों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है.

स्कूल में मच गई अफरा-तफरी
इससे पहले, बिहार के शेखपुरा जिले के अरियारी प्रखंड के मनकौल मध्य विद्यालय में आज यानी 29 मई की सुबह कम से कम 50 से ज्यादा स्टूडेंट्स गर्मी की वजह से बेहोश हो गए, क्योंकि जिले में तापमान 40 से 45 डिग्री सेल्सियस के बीच बढ़ रहा है. शुरुआत में 6 स्टूडेंट बेहोश हो गए, लेकिन बाद में कई और छात्र बेहोश होने लगे. घटना तब शुरू हुई जब स्टूडेंट प्रार्थना के लिए एक सभा में शामिल हुए और फिर कक्षा में चले गए. पूरे मामले से स्कूल और गांव में अफरा-तफरी मच गई.

बेहोश छात्र को पहुंचाया गया अस्पताल
बेहोश स्टूडेंट्स को पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स मुहैया कराए गए और एम्बुलेंस नहीं आने के बाद उन्हें फौरन बाइक, टेम्पो और ई-रिक्शा से जिले के सदर अस्पताल ले जाया गया. जहां उनका इलाज जारी है. स्कूल के प्रधानाध्यापक सुरेश प्रसाद ने फौरन सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग को घटना के बारे में सूचित किया और एम्बुलेंस की गुजारिश की. हालांकि, एम्बुलेंस के देरी से पहुंचने पर ग्रामीणों ने आक्रोश जताया है. 

के.के पाठक की जिद्द के आगे झुके शिक्षक
वहीं, इससे पहले शिक्षक संघ ने मांग की थी कि सूबे की सभी सरकारी स्कूलों को टाइम चेंज हो, लेकिन के.के पाठक ने शिक्षक संघ की एक भी न सुनी. पहले स्कूल में बच्चों को सुबह 6 से 12 बजे आना पड़ता था. ऐसे में कई ऐसे बच्चे थे, जो बिना नाश्ता और खाना खाएं स्कूल आ रहे थे, जिसकी वजह से कई बच्चों को नाक से खून आ रही थी, फिर भी के.के पाठक अपने जिद्द पर अड़े थे. वहीं, आज बच्चों के बेहोश होने के बाद बिहार सरकार हरकत में आई है और सभी स्कूलों को बंद करने का फैसला लिया है. 

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