AP News: सीएम पेमा खांडू की मौजूदगी में कांग्रेस और एनपीपी के 4 MLAs ने भाजपा की सदस्यता ली. इसी के साथ अब 60 सदस्यों वाली अरुणाचल प्रदेश असेंबली में भाजपा खेमे में कुल 56 सदस्य हो गए.
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ईटानगर: अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) में कांग्रेस और एनपीपी को बड़ा झटका लगा है. विधान सभा चुनाव से पहले दोनों पार्टियों के चार विधायकों ने सत्तारूढ़ बीजेपी का दामन थाम लिया है. इन विधायकों के बीजेपी में जाने से जहां अपोजिशन पार्टी को नुकसान हुआ है. वहीं, दूसरी तरफ असेंबली में भाजपा के सदस्यों की संख्या बल में बढ़ोतरी हो गई है.
मुख्यमंत्री पेमा खांडू की मौजूदगी में जिन विधायकों ने भाजपा की सदस्यता ली उनमें कांग्रेस विधायक निनॉन्ग एरिंग, वांगलिंग लोवांगडोंग और एनपीपी विधायक मुच्चू मिथी और गोकर बसर शामिल हैं. इसी के साथ अब 60 सदस्यों वाली अरुणाचल प्रदेश असेंबली में भाजपा खेमे में कुल 56 सदस्य हो गए. बाकी बचे चार विधायकों में से दो कांग्रेस और दो निर्दलीय MLAs शामिल हैं.बता दें कि एनपीपी अरुणाचल प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा की सहयोगी दल है.
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ईटानगर के भाजपा कार्यालय में सीएम के अलावा असम के मंत्री और अरुणाचल प्रदेश के लिए भाजपा के चुनाव प्रभारी अशोक सिंघल और प्रदेश अध्यक्ष बियूराम वाहगे भी मौजूद थे.60 मेंबरों वाली असेंबली में अब 56 सीटों पर भाजपा का कंट्रोल है. 2019 के पिछले असेंबली इलेक्शन में भाजपा ने 41 सीटें जीती थीं. इस बार अरुणाचल प्रदेश असेंबली इलेक्शन अप्रैल या मई में लोकसभा चुनाव के साथ होने की संभावना है.
दूसरी तरफ, कांग्रेस नेता राहुल गांधी 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' के जरिए कांग्रेस खोई हुई पुरानी जमीन तालशने में जुटी है. लेकिन इस यात्रा के दौरान के कांग्रेस के कई बड़े नेता भाजपा का दामन थाम रहे हैं. बता दें कि राहुल गांधी इस वक्त यात्रा को लेकर यूपी में हैं, जहां वो यूपी के पूर्व सीएम और इंडिया गठबंधन के सहयोगी दल सपा के चीफ अखिलेश यादव के साथ मंच साझा किया.