टोक्यो पैरालंपिक: अवनि लेखरा ने रचा इतिहास, 10 मीटर एयर राइफल में जीता गोल्ड
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टोक्यो पैरालंपिक: अवनि लेखरा ने रचा इतिहास, 10 मीटर एयर राइफल में जीता गोल्ड

10 मीटर एयर राइफल के क्लास एसएच1 का फाइनल मुकाबला जीतकर भारत की झोली में गोल्ड मेडल डाल दिया है. इससे पहले उन्होंने सोमवार को फाइनल मुकाबले में एंट्री की थी. 

टोक्यो पैरालंपिक: अवनि लेखरा ने रचा इतिहास, 10 मीटर एयर राइफल में जीता गोल्ड

टोक्यो: भारत की अवनि लेखरा (Avni Lekhra) ने टोक्यो पैरालंपिक खेलों की निशानेबाजी प्रतियोगिता में महिलाओं के 10 मीटर एयर राइफल के क्लास एसएच1 का फाइनल मुकाबला जीतकर भारत की झोली में गोल्ड मेडल डाल दिया है. अवनि लेखारा ने फाइनल में 249.6 पॉइंट हासिल किए, जो कि पैरालिंपिक्स खेलों के इतिहास का नया रिकॉर्ड है. अवनि को फाइनल में चीन की निशानेबाज ने कड़ी टक्कर दी. 

इससे पहले उन्होंने सोमवार को फाइनल मुकाबले में एंट्री की थी. अवनि ने इस प्रतियोगिता के क्वालीफिकेशन राउंड में 21 निशानेबाजों के बीच सातवें स्थान पर रहकर फाइनल्स में प्रवेश किया. उन्होंने 60 सीरीज के छह शॉट के बाद 621.7 का स्कोर बनाया जो शीर्ष आठ निशानेबाजों में जगह बनाने के लिये पर्याप्त था.

अवनि ने इस प्रतियोगिता के क्वालीफिकेशन राउंड में 21 निशानेबाजों के बीच सातवें स्थान पर रहकर फाइनल्स में प्रवेश किया. उन्होंने 60 सीरीज के छह शॉट के बाद 621.7 का स्कोर बनाया जो शीर्ष आठ निशानेबाजों में जगह बनाने के लिये पर्याप्त था.

इस भारतीय निशानेबाज ने शुरू से आखिर तक निरंतरता बनाये रखी और लगातार 10 से ज्यादा के स्कोर बनाये. चीन की झांग कुइपिंग और यूक्रेन की इरियाना शेतनिक 626.0 के पैरालंपिक क्वालीफिकेशन रिकार्ड के साथ पहले दो स्थान हासिल किये.

कौन हैं अवनि लेखरा
बता दें कि अवनि लेखरा जब 11 साल की थीं तो उनके साथ एक भयानक हादसा हो गया था. जिसमें उन्हें स्पाइनल कोर्ड इंजरी हो गई, जिसके चलते वो पैरालाइज हो गईं. अवनि लेखरा राजस्थान के जयपुर से संबंध रखती हैं. उन्होंने शूटिंग और आर्चरी दोनों में अपने हाथ आजमाए. लेकिन अंत में शूटिंग को अपना करियर बनाया. 

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