रमज़ान (Ramadan) के महीने का आगाज़ 12 या 13 अप्रैल को होगा. इसका फैसला चांद देखने के बाद किया जाता है.
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नई दिल्ली: मुसलमानों का सबसे पवित्र महीना रमजान (Ramadan) शुरू होने वाला है. इस महीने में सभी मुस्लिम लोग सारा दिन भूखे-प्यासे रह कर अपने रब के लिए रोज़ा रखते हैं. रोजे़ की हालत में कुछ भी खाने-पीने की इजाज़त नहीं होती, भले ही वो पानी या दवा ही क्यों न हो.
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अब ऐसे में कुछ लोगों को संदेह है कि क्या रोज़े की हालत में कोरोना वैक्सीन (Corona Vacine) की डोज़ ले सकते हैं? कोरोना वैक्सीन की डोज़ लेने के रोज़ा तो नहीं टूटेगा? आपके इन सभी सवालों के जवाब आज हम देने जा रहे हैं. रोजे़ की हालत में कोरोना वैक्सीन को लेकर सऊदी अरब के सबसे बड़े मुफ्ती का बयान आया है.
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एक खबर के मुताबिक सऊदी अरब के सबसे बड़े मुफ्ती शेख़ अब्दुलअज़ीज़ अल-शेख़ ने कहा है कि रोजे़ की हालत में कोरोना वैक्सीन लगवाने से रोज़ा नहीं टूटेगा. शेख़ अब्दुलअज़ीज़ अल-शेख़ ने दलील दी है कि कोरोना वैक्सीन कोई खाने या पीने की चीज नहीं है. यह सीधे मांसपेशियों में दाखिल होती है. इसलिए वैक्सीन लगवाने से रोज़ा नहीं टूटेगा.
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कब शुरू होगा रमज़ान
रमज़ान (Ramadan) के महीने का आगाज़ 12 या 13 अप्रैल को होगा. इसका फैसला चांद देखने के बाद किया जाता है. रमज़ान का चांद नज़र आने के बाद सभी मुस्लिम इस महीने में और दिनों के मुकाबले ज्यादा इबादत करते हैं. कहा जाता है कि इस महीने में इबादत करने से ज्यादा सवाब हासिल होता है.
क्या होता है रमजान
दरअसल, रमजान एक इस्लामी महीने का नाम है. यह इस्लामी कैलेंडर के हिसाब से 9वां महीना होता है. "रमजान" भी अरबी भाषा का एक शब्द है. जिसका मतलब है "झुलसा देने वाला". इस्लाम में यह महीना सबसे पवित्र माना जाता है. कहा जाता है कि इस महीने में इबादत करने से अन्य दिनों के मुकाबले 70 गुना ज्यादा सवाब मिलता है.
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