Nitesh Rane Controversial Statement: महराष्ट्र सरकार के मंत्री नितेश राणे केरल को 'मिनी पाकिस्तान' कहा है. जिसके बाद देश की सियासत गरमा गई है. इस बयान में पूर्व मुस्लिम सांसद ने तीखी प्रतिक्रिया दी.
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Nitesh Rane Controversial Statement: एनसीपी (शरद गुट) के सीनियर नेता और पूर्व सांसद माजिद मेमन ने आज यानी 30 दिसंबर को बीजेपी नेता और महराष्ट्र सरकार के मंत्री नितेश राणे द्वारा केरल को 'मिनी पाकिस्तान' बताए जाने पर तीखी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि कैबिनेट मंत्री की जिम्मेदारी होती है कि वह संविधान का सम्मान करें. किसी भी विषय पर अपमानजनक टिप्पणी करने से बचें. वह अब तक कई बार विवादित बयान दे चुके हैं. उनके बयानों को किसी भी प्रकार से स्वीकार नहीं किया जा सकता. वह अक्सर इस तरह के बयान देते रहते हैं, इसके बावजूद उन्हें कैबिनेट में शामिल कर लिया गया, यह देवेंद्र फडणवीस की मेहरबानी है.
उन्होंने कहा कि केरल भारत का सबसे एजुकेटेड राज्य है. ऐसी स्थिति में उस राज्य के बारे में इस तरह की टिप्पणी करना कि वह मिनी पाकिस्तान है, इसलिए गांधी परिवार वहां जीत का परचम लहराने में सफल हुआ. इस तरह के विवादित बयान को किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जाना चाहिए.
गृह मंत्रालय से की ये मांग
उन्होंने मांग की है कि गृह मंत्रालय को इस मामले का संज्ञान लेना चाहिए कि कैसे कोई मंत्री भारत के किसी भी राज्य को पाकिस्तान जैसा बता सकता है. मैं यही कहूंगा कि या तो मीडिया को इस पर किसी भी प्रकार का विचार विमर्श नहीं करना चाहिए या अगर आप इस पर चर्चा करते हैं, तो केंद्र सरकार को इस पर कार्रवाई जरूर करनी चाहिए. इस तरह के बयान देने वाले शख्स को मंत्री पद पर एक पल भी नहीं रहना चाहिए, लेकिन, अफसोस पीएम जी इस पर कुछ करेंगे नहीं, क्योंकि मंत्री जी उनके दुलारे हैं.
दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर क्या बोले पूर्व सांसद
इसके साथ ही उन्होंने दिल्ली की मौजूदा राजनीतिक हालात को लेकर भी अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि दिल्ली में मुख्य रूप से आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच मुकाबला है. बीजेपी ने अपनी तरफ से पूरी कोशिश करते हुए आम आदमी पार्टी की बहुत बदनामी कर ली, लेकिन अब भाजपा को भी इस बात का एहसास हो चुका है कि उसे ऐसा करने से कुछ भी हासिल होने वाला नहीं है.
उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी ने सोचा कि अगर हम आप के नेताओं को सलाखों के पीछे भेज देंगे, तो ऐसा करने से हम दिल्ली पर कब्जा कर लेंगे, लेकिन ऐसा कुछ होने वाला नहीं है. इस बीच, मैं एक बात यहां पर और जोड़ना चाहूंगा कि मौजूदा समय में जिस तरह से चुनाव में गड़बड़ी हो रही है, मसलन वोटर्स लिस्ट में बांग्लादेशी रोहिंग्याओं के नाम शामिल किए जा रहे हैं, इस पर फौरन चुनाव आयोग को संज्ञान लेकर कार्रवाई करनी चाहिए, लेकिन, अफसोस चुनाव आयोग सारी बातों को एक कान से सुनता है और दूसरे कान से निकाल देता है.
पूर्व सांसद ने इलेक्शन कमीशन के रवैये पर जताया दुख
पूर्व सांसद ने कहा कि यह दुख की बात है कि आयोग किसी भी बात को गंभीरता से नहीं लेता है. अगर आज तक उसने किसी भी बात को गंभीरता से लिया होता, तो आज दिल्ली की राजनीति में इस तरह की स्थिति पैदा नहीं हुई होती, लेकिन, इस बात को भी खारिज नहीं किया जा सकता है कि मौजूदा समय में चुनाव आयोग भारतीय जनता पार्टी की सरपरस्ती में काम कर रहा है, तो ऐसे में वह आम आदमी पार्टी के आरोपों को नजरअंदाज कर ही देगा.