आज-कल के युवायों ने ई-सिगरेट का इस्तेमाल शुरू कर दिया है. उन्हें लगता है ये सिगरेट से बेहतर है. आइए जानते हैं, इसके पीछे की सच्चाई.
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नॉर्मल सिगरेट स्मोकिंग सेहत के लिए हानिकारक होती है, यह तो सभी जानते हैं. सिगरेट स्मोकिंग से कई बीमारियाँ बढ़ती हैं, जैसे कैंसर से लेकर हार्ट अटैक तक का खतरा. आजकल लोगों ने एक और विकल्प ढूंढ लिया है, जिसे वे सिगरेट के मुकाबले बेहतर मान रहे हैं. ई-सिगरेट का प्रयोग तेजी से बढ़ रहा है, खासकर युवाओं के बीच वेपिंग को नॉर्मल माना जा रहा है. लोगों को लगता है कि इससे कोई नुकसान नहीं होता, लेकिन इस बारे में सच्चाई क्या है, यह कितनी सच्चाई है, यह वे नहीं जानते.
ई-सिगरेट और आम स्मोकिंग में अंतर
विशेषज्ञ डॉ. अंशुमान कुमार का कहना है कि ई-सिगरेट एक प्रकार का इलेक्ट्रॉनिक निकोटिन डिलीवरी सिस्टम डिवाइस है. यह डिवाइस बैटरी से काम करता है जो शरीर में निकोटिन पहुंचाने का काम करता है. इसमें नॉर्मल सिगरेट की तरह तंबाकू का उपयोग नहीं होता. इसमें तंबाकू की जगह एक कार्ट्रिज में लिक्विड निकोटिन भरा होता है, जिसे खत्म होने पर रिफिल किया जाता है. सिगरेट के दूसरे हिस्से में एक बल्ब लगा होता है जो काश लगाने पर जलता है, जिससे लिक्विड निकोटिन गरम होकर भाप बन जाता है. इस तरह, लोग धुएं की बजाय इस भाप को खींचते हैं, जिससे स्मोकिंग वाली फीलिंग होती है.
ई-सिगरेट के नुकसान
सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर वरुण बंसल कहते हैं कि ई-सिगरेट में कई केमिकल्स का उपयोग किया जाता है, जिनमें से वेपर निकलता है. हालांकि यह नॉर्मल सिगरेट से कम हानिकारक होती है, पर ई-सिगरेट में भी केमिकल्स होते हैं जिससे कई नुकसान हो सकते हैं. आज के युवा शौक में ई-सिगरेट पीते हैं, ज्यादातर कूल दिखने के लिए, पर धीरे-धीरे इसकी आदत पड़ जाती है, वेपर की जिससे लंग्स को नुकसान पहुंचता है. केमिकल्स की वजह से और इसे लगातार उपयोग करने से नॉर्मल स्मोकिंग की आदत भी पड़ जाती है, क्योंकि व्यक्ति खुद को इसे पीने से नहीं रोक पाता. ई-सिगरेट से नॉर्मल सिगरेट में स्विच करना इनके लिए आसान हो जाता है.
दोनों में किसका है ज्यादा नुकसान
डॉक्टर वरूण ई-सिगरेट को नॉर्मल सिगरेट के मुकाबले कम नुकसानदेय मानते हैं, लेकिन इसे पीना सही बिल्कुल भी नहीं है, न ही इसे नॉर्मल सिगरेट के जगह पर चुना जाना चाहिए क्योंकि इसमें पाए हुए केमिकल्स लंग्स को बहुत नुकसान पहुंचाते हैं. ई-सिगरेट पीने से नॉर्मल सिगरेट में ट्रांस्फर हो जाना बहुत आसान हो जाता है. इसलिए, इन दोनों तरह की सिगरेट्स को पीने से बचना चाहिए. जिन लोगों को ई-सिगरेट पीने की आदत है, उन्हें इसे छोड़ देना चाहिए. ज्यादा समय तक सिगरेट को पीने से कैंसर जैसी बीमारी हो सकती है.