Uttar Pradesh: सऊदी अरब में गोंडा के रहने वाले मोहम्मद शकील बकरी चराने का काम करते थे. उनकी इसी कमाई से गोंडा में रह रहा उनका परिवार अपना जीवन-यापन करता था, लेकिन मोहम्मद शकील के साथ ही काम करने वालों ने उनकी जान ले ली. मौत के 40 दिन बाद मोहम्मद शकील के शव को भारत लाया गया है.
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Uttar Pradesh Crime: उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के एक शख्स की मौत 40 दिन पहले सऊदी अरब में हुई थी, मगर परिवार वालों को अब जाकर उनका शव मिला है. 40 दिनों के बाद सऊदी से मोहम्मद शकील के शव को गोंडा लाया गया. इसके बाद परिवार वालों की मौजूदगी में मोहम्मद शकील के शव को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया.
इस बारे में मीडिया से बात करते हुए जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने सोमवार को बताया कि "सदर तहसील के इमरती बिसेन निवासी मोहम्मद शकील (40) सऊदी अरब में बकरी चराने की नौकरी करते थे. करीब 40 दिन पहले उनके साथ ही बकरी चराने वाले कुछ लोगों ने धारदार हथियार से उनकी हत्या कर दी. इस बात की जानकारी शकील के साथ काम कर रहे कुछ और लोगों ने उनके घरवालों को दी."
परिवार वालों ने जिला प्रशासन के माध्यम से भारत सरकार से हस्तक्षेप की मांग करते हुए शव भारत लाने की गुहार लगाई. जिलाधिकारी ने बताया कि विदेश राज्य मंत्री और स्थानीय सांसद कीर्तिवर्धन सिंह की मेहनत से आखिरकार 40 दिन के बाद सऊदी अरब से शकील का शव भारत लाया गया और उनके परिजनों को सौंप दिया गया.
परिजनों ने रविवार की देर रात शव को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया. मोहम्मद शकील की चार बेटियां हैं, जिनकी उम्र 12 साल से कम है. शकील के रिश्तेदार निजामुद्दीन ने मीडिया से कहा कि "हम भारत सरकार और गोंडा जिला प्रशासन के आभारी हैं, जिन्होंने हमारी मदद की. विदेश राज्य मंत्री ने मामले में हस्तक्षेप कर शव को भारत लाने में मदद की. हम मांग करते हैं कि विदेश मंत्री आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए सऊदी प्रशासन से बात करें".