MP News: मुआवजा लेकर धन्ना सेठ बन जाते हैं लोग, मुस्लिम दंपत्ति ने सरकार को दान कर दी करोड़ों की ज़मीन
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MP News: मुआवजा लेकर धन्ना सेठ बन जाते हैं लोग, मुस्लिम दंपत्ति ने सरकार को दान कर दी करोड़ों की ज़मीन

Madhya Pradesh  News: मध्य प्रदेश के हरदा जिले के रहने वाले मुस्लिम दंपत्ति अशरफ खान और शगुफ्ता खान ने सरकारी भवन बनाने के लिए अपनी 5 एकड़ जमीन दान में दे दी है. इस जमीन की कीमत करीब 7.5 करोड़ रुपये बताई जा रही है. सरकार उस जमीन पर जिला न्यायालय का भवन बनाएगी. 

MP News:  मुआवजा लेकर धन्ना सेठ बन जाते हैं लोग, मुस्लिम दंपत्ति ने सरकार को दान कर दी करोड़ों की ज़मीन

Muslim Couple Donates 5 acre Land to MP Government: एक तरफ देश के मुसलमानों के साथ जहाँ लगातार परायों जैसा व्यवहार किया जा रहा है. उन्हें बात-बात पर पड़ोसी मुल्क भेजने की धमकी दी जाती है. उन्हें ये जताया जाता है कि ये देश उनका नहीं है. लेकिन इसी देश के एक मुस्लिम कपल ने जो किया वह शायद आने वाले वक्त में देशभक्ति की बड़ी मिसाल बनेगी. दरअसल,  हरदा मध्यप्रदेश के रहने वाले एक मुस्लिम दंपत्ति ने अपनी करोड़ों रुपये की जमीन सरकार को दान में दे दी है. वो भी ऐसे समय जब लोग अपनी भूमि सरकार को देने में करोड़ों का मुआवजा लेकर धन्ना सेठ बन जाते हैं.  

मुस्लिम दंपत्ति का नाम अशरफ खान और शगुफ्ता खान है, जिन्होंने अपनी 5 एकड़ जमीन को सरकार को दान दे दिया है. मार्केट के हिसाब से इस जमीन की कीमत करीब 7.5 करोड़ रुपये है. सरकार इस जमीन पर जिला न्यायालय का भवन बनाएंगी. 

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पंजीयन एवं मुद्रांक विभाग, मध्यप्रदेश के द्वारा एक दस्तावेज जारी किया गया है, जिसमें जमीन और उससे जुड़े तमाम चीजों को लेकर साफ-साफ बताया गया है. पंजीयन के मुताबिक दान की गई जमीन एक कृषि भूमि है, जो करीब 5 एकड़ में फैली है. इस पंजीयन में साफ लिखा है कि जितनी जमीन मुस्लिम दंपत्ति ने अपनी मर्जी से दान की है, उसके अलावा एक इंच भी कोई उनकी जमीन पर कब्जा नहीं कर सकता है. 

पंजीयन में इस जमीन की सही लोकेशन के बारे में भी साफ तौर पर बताया गया है. पंजीयन के मुताबिक दान की गई जमीन वार्ड संख्या 32, हरदा तहसील हरदा जिला हरदा छीपानेर/इंदौर रोड से अंदर स्थित है. यह जमीन इंदौर से मुंबई जाने वाले हाईवे के आसपास है.. यानी प्राइम लोकेशन की जमीन है. 

इस पंजीयन में मुस्लिम दंपत्ति ने साफ तौर पर इस बात को माना है कि जमीन को दान करने की बात बिल्कुल सही है और हमारे सर्वोत्तम ज्ञान और विश्वास में भी है. 
मैं/हम यह भी वचन देते हैं कि मेरे/हमारे द्वारा प्रस्तुत की गई गलत सूचना के मामले में मेरे/हमारे विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जा सकती है. 

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अशरफ ने एक शपथ पत्र जारी करके इस बात की जानकारी भी दी है. इस शपथ पत्र में अशरफ ने लिखा कि "मैं अशरफ़ ख़ान हरदा शहर का पैतृक निवासी हूँ. मैं और मेरी धर्म पत्नी शगुफ्ता ख़ान के द्वारा 5 एकड़ कृषि भूमि जो की नगर पालिका सीमा के वार्ड शहीद दीप सिंह चौहान वार्ड क्रमांक 32 में इंदौर नागपुर हाईवे और हरदा भोपाल रोड के कॉर्नर पर रोड से थोड़ा अन्दर की और स्थित है.  24/10/2020 को एक रजिस्टर्ड दान पत्र के जरिए गवर्नर हाउस के मध्य प्रदेश के नाम से माननीय कलेक्टर महोदय श्रीमान आदित्य सिंह जी द्वारा अधिकृत एसडीएम साहब श्रीमान कुमार शानू जी को निष्पादित किया गया है, जिसकी पंजीयन शुल्क राशि 2 करोड़ 54 लाख रुपये और सरकार द्वारा अधिग्रहण राशि 5 करोड़ आठ लाख रुपये है.

मैं, मेरी धर्म पत्नी, मेरी तीन बहनों और हमारे बड़े पिता जी की संतानों ने सामूहिक रूप से निर्णय लिया कि हरदा शहर और शहर के लोगों ने अपने परिवार को दौलत शोहरत और इज़्ज़त से नवाज़ा है. इसलिए हमें भी इस शहर के लिए थोड़ा कुछ करना चाहिए. हरदा शहर को एक नवीन न्यायालय भवन के निर्माण के लिए भूमि की आवश्यकता है. इसलिए मेरे द्वारा माननीय डीएम साहब श्रीमान आदित्य सिंह जी से मुलाक़ात की गई और उनके मार्गदर्शन सकारात्मक सोच और अच्छे व्यवहार और उनके समस्त स्टाफ के कारण ही ये नेक और महान कार्य संभव हो सका. 

मैं और मेरा पूरा परिवार माननीय डीएम साहब श्रीमान आदित्य सिंह जी का हमेशा आभारी रहेगा और इसके लिए उनको बहुत बहुत धन्यवाद. मैं मेरे समस्त भारतवासियों से ये आशा करता हूं कि जहाँ भी जैसे भी हमें अवसर मिलेगा और यदि हम सक्षम है तो सरकार को सहयोग करेंगे और देश के विकास को गति प्रदान करने में सहयोग करेंगे. जय राष्ट्र जय मध्य प्रदेश" 

 

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