लुधियाना: क्या आपने देश के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद (Dr Rajendra Prasad) की कार देखी है? या उसके बारे में कुछ जानते हैं? नहीं जानते हैं तो आज हमको बताने जा रहे हैं कि उनकी कार कहां है और किस हालत में है.
डॉ. राजेंद्र प्रसाद शिक्षा को लेकर बहुत गंभीर थे और उन्होंने अपना पूरा जीवन शिक्षा के प्रचार और प्रसार के लिए ही बिताया. भारत के पहले इंजीनियरिंग कॉलेज माने जाने वाले लुधियाना के गुरु नानक देव इंजीनियरिंग कॉलेज का उद्घाटन भी डॉ राजेंद्र प्रसाद ने ही किया था. राजेंद्र प्रसाद ने इस कॉलेज का उद्घाटन अप्रैल 1956 में किया था.
डॉ. प्रसाद जब कॉलेज का उद्घाटन करने आए तो इंजीनियरिंग के छात्रों के पास कोई गाड़ी नहीं थी और जैसे ही डॉ. राजेंद्र प्रसाद इसके बारे में पता चला तो उन्होंने अपनी कार इसी कॉलेज को तोहफे के तौर पर दे दी. ताकि मैकेनिकल इंजीनियरिंग के छात्र अपनी शिक्षा और परियोजनाओं को आसानी से पूरा कर सकें.
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तब से अब तक इस कॉलेज ने इस कार की अहमियत को समझते हुए संरक्षित रखा हुआ है. आज भी यह कार देखने में बेहद खूबसूरत और नई सी लगती है. इस कार पर कई प्रयोग किए गए, इसको पुनर्निर्मित और प्रदर्शित भी किया गया.
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उन्होंने कहा कि यह कार हमारे कॉलेज का हिस्सा है और जब भी कोई नया छात्र आता है तो वह इस कार को देखने के लिए वो काफी उत्साहित होता है.
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