Rahul Gandhi writes to Lok Sabha Secretariat over bungalow vacation notice : कांग्रेस नेता राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता जाने के बाद लोकसभा सचिवालय ने उन्हें सरकारी बंगला खाली करने का आदेश दिया था, जिसमें वह पिछले 20 सालों से रह रहे हैं.
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नई दिल्लीः लोकसभा से राहुल गांधी की सदस्यता छीने जाने के बाद उन्हें सरकारी बंगाला खाली करने का नोटिस दिया गया था. राहुल गांधी ने बंगला खाली करने के लोकसभा सचिवालय के नोटिस का मंगलवार को जवाब दिया है. उन्होंने कहा है कि वह इस नोटिस का पालन करेंगे. लोकसभा की आवास समिति के फैसले के बाद सचिवालय ने पूर्व कांग्रेस सद्र को नोटिस भेजा था, जो 2005 से 12, तुगलक लेन स्थित बंगले में रह रहे हैं. वहीं, दूसरी तरफ कांग्रेस के नेताओं ने सरकार पर उन्हें अपमानित करने का आरोप लगाया.
यहां गुजारे वक्त की यादों के लिए कर्जदार हूं
गौरतलब है कि आपराधिक मानहानि के एक मामले में पिछले सप्ताह राहुल गांधी को सूरत की एक अदालत द्वारा कसूरवार टहराने और दो साल की सजा देने के बाद उन्हें लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य घोषित कर दिया गया था. इसके बाद लोकसभा सचिवालय ने सोमवार को उन्हें नोटिस भेजकर 22 अप्रैल तक सरकारी बंगला खाली करने का आदेश दिया था. मंगलवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लोकसभा सचिवालय को चिट्टी लिखकर कहा, ‘‘12 तुगलक लेन पर मेरे आवास को निरस्त करने के संबंध में 27 मार्च, 2023 के आपके पत्र के लिए शुक्रिया. पिछले चार कार्यकाल से लोकसभा सदस्य होने के नाते, यह जनता का जनादेश है, जिसके लिए मैं यहां गुजारे वक्त की यादों के लिए कर्जदार हूं.’’ राहुल ने आगे लिखा, "अपने अधिकारों को सुरक्षित रखते हुए वह सचिवालय के पत्र में दिए गए आदेशों का पालन करेंगे. "
मां के साथ रहेंगे राहुल गांधी
बंगला छोड़ने के नोटिस को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कांग्रेस सद्र मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि वह पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष को ‘धमकाने, डराने और उनकी बेइज्जती करने’ के सरकार के रवैये की आलोचना करते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी अपनी मां सोनिया गांधी के 10 जनपथ स्थित आवास पर उनके साथ रह सकते हैं. खरगे ने कहा कि वह खुद राहुल के लिए अपना घर खाली कर सकते हैं. कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘लोकतंत्र में कई बार हम तीन-चार महीने मकान के बिना रहे हैं. मुझे यह बंगला छह महीने बाद मिला है. लोग दूसरों को अपमानित करने के लिए यह सब करते हैं. मैं इस रवैये की निंदा करता हूं.’’
वह बंगला राहुल का नहीं जनता का हैः ईरानी
राज्यसभा सदस्य और पूर्व कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने भी इस कदम के लिए सरकार की आलोचना करते हुए इसे ‘तुच्छ लोगों की संकीर्ण राजनीति’ करार दिया है. सिब्बल ने ट्वीट किया, ‘‘राहुल से बंगला खाली करने को कहा गया है. उनकी अंतरात्मा छुट्टी पर चली गई है.’’वहीं, इस बारे में जब केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वह बंगला उनका नहीं, बल्कि जनता का है.
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