Sharda Sinha Death: शारदा सिन्हा की मौत दिल्ली के एम्स में सेप्टिसीमिया नाम की बीमारी से हुई. आखिर यह बीमारी क्या है और इसके लक्षण क्या होते हैं. सेप्टिसीमिया से केवल 30 से 40 फीसद लोग ही बच पाते हैं.
Trending Photos
Sharda Sinha Death: बिहार की मशहूर लोक गायका शारदा सिन्हा का बीते रोज इंतेकाल हो गया. उनकी मौत से बिहार समेत पूरे देश में शोक है. शारदा ने भारत को अपनी मधुर आवाज़ में कई बेहतरीन गाने दिए. कई गाने इतने फेमस हुए कि आज भी लोग उन्हें गुनगुनाते रहते है. छठ पर उनके गाने 'पहिले पहिल छठी मईया' और 'केलवा के पात पर उगेलन सुरुल मल' काफी फेमस हुआ.
शारदा सिन्हा की मौत सेप्टिसीमिया की वजह से हुई है. उनके बेटे ने इस बात की जानकारी दी है. एम्स के डॉक्टर्स के मुताबिक सेप्टिसीमिया की वजह से शारदा सिन्हा को रिफ्रक्टरी शॉक हुआ और उनकी मौत हो गई. अब सवाल उठता है कि आखिर यह सेप्टिसीमिया क्या है?
सेप्टिसीमिया को आसान भाषा में समझें तो यह खून का जहरीला हो जाना है. यह एक जानलेवा कंडीशन है जो ब्लड में बैक्टीरिया, वायरस और फंजाई घुसने के कारण होती है. इसे सेप्सिस के नाम से भी जाना जाता है. इस बीमारी में पेशेंट के मरने के चांस ज्यादा रहते हैं.
जिस शख्स को यह सेप्टिसीमिया नाम की यह बीमारी होती है उसके ऑर्गन फेल होने का खतरा रहता है, जिसकी वजह से मौत हो जाती है. खास बात यह है कि जिन लोगों को यह बीमारी होती है उनमें से केवल 30 से 40 फीसद लोग ही बच पाते हैं.
सेप्टिसीमिया होने पर बुखार आता है, ठंड लगती है और सांस तेजी से आने लगता है. इसके साथ ही तेज हार्टबीट, कन्फ्यूजन, बेहोशी और स्किन का सुन पड़ जाना भी इसके लक्षण हैं.
शारदा सिन्हा के बेटे अंशुमन सिन्हा ने अपनी मां के अंतिम संस्कार की जानकारी साझा की है. उन्होंने कहा है कि हमने फैसला किया है कि मेरी मां (शारदा सिन्हा) का अंतिम संस्कार उसी स्थान पर होगा जहां मेरे पिता का अंतिम संस्कार किया गया था... इसलिए, हम कल उनका पार्थिव शरीर पटना ले जाएंगे...