लखनऊ: समाजवादी पार्टी के चीफ अखिलेश यादव को लखनऊ में हिरासत में ले लिया गया है. वो किसान आंदोलन की हिमायत में किसान यात्रा की शुरुआत कर रहे थे. उन्हें लखनऊ में उनकी रिहाइश के पास ही रोका गया. इसके बाद गाड़ियों को जब्त करने का इल्ज़ाम लगाते हुए वे धरने पर बैठ गए. अखिलेश यादव को धरना देते हुए ही दफा (धारा) 144 के तोड़ने के इल्ज़ाम में हिरासत में ले लिया गया हैं, हालांकि दोपहर बाद उन्हें पुलिस ने रिहा कर दिया.



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पैदल कन्नौज जाने का था प्लान 
किसान आंदोलन की हिमायत में सपा आज किसान यात्रा निकाल रही है. ऐसे में हिमायतियों के साथ अखिलेश यादव भी सड़क पर आ गए. उनका प्लान कन्नौज जाने का था. जब गाड़ियां रोकी गईं तो वह पैदल ही कन्नौज के लिए रवाना होने लगे. अखिलेश यादव के अलावा उनके साथी भी प्रदेश के कई जिलों में गिरफ्तारियां दे रहे हैं.


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"पूरे मुल्क का किसान नाराज है"- अखिलेश यादव 
अखिलेश यादव ने कृषि कानूनो की मुखालिफत में कहा कि सरकार ने किसानों की दोगुनी आय करने का वादा किया था लेकिन आज किसानों को बर्बाद करने वाला कानून लाया गया है. पूरे मुल्क के किसान कानून से नाराज हैं. भाजपा कोई बहस नहीं चाहती है. मुझे कन्नौज जाने से रोका गया.  इसके अलावा उन्होंने शायरी के सहारे भी सरकार पर निशाना साधने की कोशिश की. उन्होंने ट्वीट करके लिखा- "जहां तक जाती नजर वहां तक लोग तेरे खिलाफ हैं, ऐ जुल्मी हाकिम तू किस-किस को नजरबंद करेगा! 


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वहीं समाजवादी पार्टी के ट्वीटर हैंडल से ट्वीट में कहा गया,"अन्नदाता से अन्याय के खिलाफ अंतिम सांस तक संघर्षरत रहेंगे समाजवादी. 'किसान यात्रा' को रोकने के लिए दमन की हर सीमा पार कर रही है सत्ता. किसानों की आवाज़ बुलंद करने निकले राष्ट्रीय अध्यक्ष जी को असंवैधानिक तरीके से सीएम के आदेश पर रोके जाना घोर निंदनीय!"


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