किसानों की हिमायत में आए सोनू सूद और प्रियंका चोपड़ा, चंद अल्फाज़ में कह दी बड़ी बात
Advertisement
trendingNow,recommendedStories0/zeesalaam/zeesalaam801297

किसानों की हिमायत में आए सोनू सूद और प्रियंका चोपड़ा, चंद अल्फाज़ में कह दी बड़ी बात

सोनू सूद ने ट्वीट करते हुए लिखा कि किसान हैं तो हम हैं. उनके इस छोटे से ट्वीट की लोग जमकर तारीफ कर रहे हैं. इससे पहले 5 दिसंबर 2020 को भी सोनू सूद ने किसानों की हिमायत में ट्वीट किया था.

फाइल फोटो

नई दिल्ली: मुल्कभर में जारी किसान आंदोलन की दिलजीत दोसांझ समेंत कई सेलिब्रिटीज ने हिमायत की है. अब इसी कड़ी में एक और अदाकार का नाम जुड़ गया है. अपनी अदाकारी के अलावा जरूरतमंदों की मदद करने के लिए पहचाने जाने वाले सोनू सूद ने भी किसानों की हिमायत में ट्वीट किया है. उन्होंने महज़ कुछ ही अल्फाज़ में किसानों के लिए बहुत बड़ी बात कह दी है. 

यह भी पढ़ें: पाकिस्तान: बदला लेने के इस तरीके को जानकर रह जाएंगे हैरान

सोनू सूद ने ट्वीट करते हुए लिखा कि किसान हैं तो हम हैं. उनके इस छोटे से ट्वीट की लोग जमकर तारीफ कर रहे हैं. इससे पहले 5 दिसंबर 2020 को भी सोनू सूद ने किसानों की हिमायत में ट्वीट किया था. उन्होंने लिखा था कि किसान का दर्जा मां-बाप से कम नहीं है. सोनू सूद की इस बातने भी लोगों का दिल जीत लिया था. वहीं 3 दिसंबर 2020 को सोनू सूद ने एक ट्वीट में लिखा था कि किसान हैं हिंदुस्तान. 

बता दें कि किसानों के मुद्दे पर इससे पहले भी कई सेलिब्रिटीज ने अपनी अपनी प्रतिक्रियाएं दी हैं. जिनमें से दिलजीत दोसांझ और कंगना रनौत काफी सुर्खियों में रहे थे. दिलजीत दोसांझ की कंगना रनौत से किसान आंदोलन को लेकर लंबी बहस चली थी. ऐसे में कई लोगों ने दिलजीत को सही ठहराया था.

यह भी पढ़ें: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को मिली बड़ी कामयाबी, गिरफ्तार किए 5 दहशतगर्द

अब प्रिंयका चौपड़ा ने भी दिलजीत दोसांझ के एक ट्वीट को रीट्वीट कर उनकी और किसानों की हिमायत की है. दरअसल, दिलजीत ने अपने ट्वीट में लिखा था, 'प्यार की बात करें. कोई भी मज़हब लड़ाई नहीं सिखाता. हिंदु, मुस्लिम, सिख, ईसाई, जैन और बौद्ध सब एक दूसरे के साथ हैं. भारत इसी रीति के लिए पूरी दुनिया में जाना जाता है. यहां सभी प्यार से रहते हैं. यहां हर मज़हब को इज्जत दी जाती है.'

जिसको रीट्वीट करते हुए प्रियंका चोपड़ा ने लिखा, 'हमारे किसान भारत के खाद्य सैनिक (Food Soldiers) हैं. उनके डर को दूर करने की ज़रूरत है. उनकी उम्मीदों पर खरा उतरने की ज़रूरत है. एक मुकम्मल जम्हूरियत (संपन्न लोकतंत्र) के तौर पर हमें यह यकीनी करना चाहिए कि इन मुश्किलों का जल्द हल निकले. 

Zee Salaam LIVE TV

Trending news