क्या केजरीवाल को गिरफ्तारी के बाद इस्तीफा देना चाहिए या जेल से ही सरकार चलानी चाहिए ? ये सवाल ले कर आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने अब घर घर जाने का फैसला किया है. आम आदमी पार्टी के इस फैसले के बाद सोशल मीडिया पर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. जहां कुछ लोग इस फैसले को अरविंद केजरीवाल की राजनीतिक चाल बता रहे हैं, तो कुछ का मानना है कि अब अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तारी का डर सताने लगा है.
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आम आदमी पार्टी ने 1 दिसंबर से ‘मैं भी केजरीवाल’ सिग्नेचर कैंपेन की शुरुआत कर दी है. ये अभियान 2 स्टेज में चलाया जाएगा. पहला स्टेज 20 दिसंबर तक और दूसरा स्टेज 21 से 24 दिसंबर तक का होगा. पहले स्टेज में
आम आदमी पार्टी के विधायक, मंत्री, पार्षद और सभी पदाधिकारी मिल कर दिल्ली के सभी 2600 पोलिंग स्टेशन को कवर करेंगे. जबकि दूसरे स्टेज में जनसंवाद कार्यक्रम चलाए जाएंगे, जिसमें इस तरह के सवालों को पूछा जाएगा कि क्या गिरफ्तारी के बाद अरविंद केजरीवाल को इस्तीफा दे देना चाहिए या जेल से ही सरकार चलानी चाहिए?
आम आदमी पार्टी पर है ईडी का शिकंजा
गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी पर फिलहाल ईडी ने शिकंजा कसा हुआ है. आम आदमी पार्टी के कई बड़े नेताओं के खिलाफ ईडी और सीबीआई की कार्रवाई चल रही है. इसके अलावा आम आदमी पार्टी के तीन बड़े नाम अभी भी जेल में है. जिसमे दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, सांसद संजय सिंह और सतेंद्र जैन शामिल हैं . इसके बाद अब मुख्यमंत्री जी को भी ईडी नोटिस भेज चुकी है.
आम आदमी का पर्चा
चलाए जा रहे अभियान के तहत हर घर जा कर दिल्ली की जनता से कुछ सवाल किए जाएंगे और उनसे उनकी राय ली जाएगी . इस पर्चे की हेडलाइन है "अरविंद केजरीवाल को क्यों गिरफ्तार करना चाहते हैं नरेंद्र मोदी?". इस हेडलाइन के तहत नीचे 4 सवाल भी होंगे जैसे
1.शराब घोटाला फ़र्जी कैसे है?,
2.मोदी जी केजरीवाल जी से काम में मुकाबला नहीं कर पा रहे?
3. क्या मोदी जी भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ हैं? 4. क्या केजरीवाल जी को गिरफ्तारी के बाद इस्तीफा देना चाहिए या जेल से ही सरकार चलानी चाहिए?
अभियान पर आम राय
एक तरफ जहां आम आदमी पार्टी अपने इस पर्चे के माध्यम से जनता की राय जानना चाह रही हैं वही दूसरी तरफ इस पर्चे के सवालों को देखकर आम जनता अपनी अलग अलग राय सोशल मीडिया पर दे रही है. एक तरफ लोग इसे आम आदमी पार्टी का पॉलिटिकल स्टंट बता रहें हैं तो वहीं कुछ लोग इसे अरविंद केजरीवाल का डर बता रहे हैं.