Houthis Attack on American Ship: हूती विद्रोहियों ने अमेरिकी जहाज पर हमला किया है. हूतियों का कहना है कि वह गाजा के सपोर्ट में ये हमले कर रहे हैं. उन्होंने ब्रिटेन को भी सजा भुगतने के लिए कहा है.
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Houthis Attack on American Ship: यमन के हूती समूह ने अदन की खाड़ी में अमेरिकी जहाज पर मिसाइल हमले की जिम्मेदारी ली है. हूती सैन्य प्रवक्ता याह्या सारेया ने बुधवार को हूती-संचालित अल-मसीरा टीवी की तरफ से प्रसारित एक बयान में कहा कि "फिलिस्तीनी लोगों के सपोर्ट में और हमारे देश के खिलाफ अमेरिकी और ब्रिटिश आक्रामकता के जवाब में, हमारे नौसैनिक बलों ने अदन की खाड़ी में अमेरिकी जहाज 'जिन्को पिकार्डी' को निशाना बनाकर कई मिसाइलों से हमला किया. यह हमला सटीक था."
जारी रहेंगे हमले
प्रवक्ता ने जोर देकर कहा, "हमारी सेना यमन की रक्षा करने और उत्पीड़ित फिलिस्तीनी लोगों का समर्थन जारी रखेगी. इसके साथ सेना हमारे वैध अधिकार के तहत अरब सागर और लाल सागर में खतरे के सभी स्रोतों को निशाना बनाने में संकोच नहीं करेगी." प्रवक्त ने आगे कहा कि ब्रिटेन और अमेरिका इससे नहीं बच पाएगा. सरिया ने कहा, "हम केवल इजरायली जहाजों या इजरायली बंदरगाहों की ओर जाने वाले जहाजों को निशाना बनाते हैं... हमारा सैन्य अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक इजरायल गाजा पट्टी के फिलिस्तीनी क्षेत्र पर हमले और घेराबंदी बंद नहीं कर देता."
अमेरिका ने बताया आतंकी संगठन
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, यह बयान अमेरिका की तरफ से बुधवार को हौथी समूह को आतंकवादी संगठन के रूप में फिर से नामित करने के बाद आया है, जो आधिकारिक तौर पर 30 दिनों में प्रभावी होगा.
पहले भी कहा आतंकी
अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने एक बयान में कहा कि हूतियों को आतंकवादी संगठन घोषित करने का फैसला हौथियों की लगातार धमकियों और "अमेरिकी सैन्य बलों और लाल सागर और अदन की खाड़ी में सक्रिय अंतरराष्ट्रीय समुद्री जहाजों" पर हमलों के जवाब में था. उन्होंने कहा कि अगर हौथी अपने हमले बंद कर दें तो स्थिति उलट जाएगी. जनवरी 2021 में, हूती समूह को एक आतंकवादी समूह नामित किया गया था, क्योंकि तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के अमेरिकी प्रशासन ने अपनी आखिरी विदेश नीतियों की घोषणा की थी. फरवरी 2021 में जो बिडेन प्रशासन ने हूतियों को आतंकवादी संगठन घोषित करने का फैसला रद्द कर दिया था.
राजनीतिक है फैसला
हूती ने नए अमेरिकी प्रतिबंध पर तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अमेरिका का हमें आतंकवादी संगठन करार देने का फैसला राजनीतिक उद्देश्यों के लिए आया है. इससे हूती अभियानों पर रोक नहीं लगेगी.
क्या है मामला?
7 अक्टूबर, 2023 को इज़राइल-हमास संघर्ष शुरू होने के बाद से हाउथिस ने लाल सागर में अपने हमले बढ़ा दिए हैं, और गाजा पर इजरायली हमलों और घेराबंदी को समाप्त करने की मांग की है. 2014 में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त यमनी सरकार को हटाने के बाद से, हूतियों ने राजधानी सना और रणनीतिक लाल सागर बंदरगाह शहर होदेइदाह सहित उत्तरी यमन के अधिकांश हिस्से को नियंत्रित कर लिया है.