पाकिस्तान पर चौतरफा हमला, BLA के आत्मघाती हमले में मारे गए 47 जवान; जानें पूरा मामला
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पाकिस्तान पर चौतरफा हमला, BLA के आत्मघाती हमले में मारे गए 47 जवान; जानें पूरा मामला

Pakistan News: अफगानिस्तान पर पाकिस्तान के एयरस्ट्राइक के बाद तालिबान बदले की आग में जल रहा है. पाक के हमले के बाद टीपीपी के लड़ाकों ने पाकिस्तान के खिलाफ जंग का ऐलान कर दिया और अफगानिस्तान और पाकिस्तान बॉर्डर पर मौजूद पाक सैनिकों के चौकी पर कब्जा कर लिया. 

पाकिस्तान पर चौतरफा हमला, BLA के आत्मघाती हमले में मारे गए 47 जवान; जानें पूरा मामला

Pakistan News: पाकिस्तान में इन दिनों सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. पहले पाकिस्तान ने अफगानिस्तान पर एयरस्ट्राइक की, जिसके बाद तालिबान और पाकिस्तान के बीच काफी तनाव है. इतना ही नहीं पाकिस्तान के इस हमले के बाद तालिबान बदले की आग में जल रहा है. इस बीच टीपीपी के लड़ाकों और पाकिस्तान के बीच हिंसक झड़प हुई है. जिसमें कई पाकिस्तानी सैनिक मारे गए. जबकि टीपीपी के लड़ाकों ने कई पाकिस्तानी सेना चौकियों पर कब्जा कर लिया. अब पाकिस्तान में एक और मुसीबत खड़ी हो गई है. 

क्या है पूरा मामला
दरअसल, बलूच लिबरेशन आर्मी ने पाकिस्तानी सेना के काफिले पर आत्मघाती हमला किया है. जिसमें कम से कम 47 सैनिकों की मौत हो गई है. जबकि 30 से ज्यादा सैनिक जख्मी हुए हैं. यह हमला 4 जनवरी 2025 को बलूच लिबरेशन आर्मी की 'फिदायी यूनिट' मजीद ब्रिगेड द्वारा किया गया था. 

7 गाड़ियों को बनाया निशाना
'द बलूचिस्तान पोस्ट' की रिपोर्ट में ग्रुप के प्रवक्ता जीयंद बलूच ने कहा कि हमला तुर्बत शहर से करीब 8 किलोमीटर दूर बेहमान इलाके में शाम करीब 5:45 बजे हुआ. जीयंद ने कहा कि हमले का टारगेट 13 वाहनों का काफिला था, जिसमें पांच बसें और सात सैन्य वाहन शामिल थे, जो कराची से तुर्बत में फ्रंटियर कॉर्प्स (एफसी) मुख्यालय जा रहे थे.

बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी की क्या है मांग
आखिर यह बीएलएल क्या है, जिसने न सिर्फ पाकिस्तान को बड़ी टेंशन दे दी है. क्या है इसका इतिहास और क्या है इसकी मांगे? आइए जानते हैं. बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) जिसे बलूच लिबरेशन आर्मी के नाम से भी जाना जाता है, एक बलूच जातीय राष्ट्रवादी उग्रवादी संगठन है. माना जाता है कि यह ग्रुप मुख्य रूप से दक्षिणी अफगानिस्तान में क्रेंदित है और यहीं से यह पड़ोसी पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में हमले करता है. यह अक्सर पाकिस्तान सशस्त्र बलों, नागरिकों और विदेशी नागरिकों को निशाना बनाता है. बीएलए का मकसद का बलूचिस्तान को पाकिस्तान से आजाद करना है. यह पाकिस्तानी सरकार पर बलूचिस्तान के विशाल प्राकृतिक संसाधनों का दोहन करने और क्षेत्र में गंभीर मानवाधिकारों के हनन का इल्जाम लगाता है. 

बीएलए है सबसे बड़ा सशस्त्र समूह
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीएलए को बलूचिस्तान में सक्रिय सबसे बड़ा सशस्त्र समूह माना जाता है. विशेषज्ञों का मानना ​​है कि बीएलए के कई हजार सदस्य हैं. बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) 20 साल से ज्यादा वक्त से सक्रिय है और ज्यादातर छोटे हमले करता रही है लेकिन पिछले कुछ महीनों में इसने पाकिस्तान में कई बड़े हमलों को अंजाम दिया है.

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