पीएनबी में हुए महाघोटाले की चर्चा हर तरफ है. बैंकिंग सिस्टम हिल चुका है. सरकार भी मामले को सुलझाने की कोशिश कर रही है. राजनीति भी हो रही है लेकिन, देश का एक और अरबपति बैंकों को पैसा लेकर फरार है.
Trending Photos
नई दिल्ली: पीएनबी में हुए महाघोटाले की चर्चा हर तरफ है. बैंकिंग सिस्टम हिल चुका है. सरकार भी मामले को सुलझाने की कोशिश कर रही है. राजनीति भी हो रही है लेकिन, देश का एक और अरबपति बैंकों को पैसा लेकर फरार है. यह पहली बार नहीं है जब बैंकों को इतना बड़ा नुकसान हुआ है. यह पहली नहीं है जब कोई अरबपति पैसा लेकर भागा है. सरकार भले ही बैंकिंग सिस्टम को मजबूत बनाने का दावा करे. लेकिन, पिछले 7 साल में देश के कई अरबपति बैंकों का 22743 करोड़ रुपए लेकर भाग चुके हैं. इसमें कोई एक बैंक शामिल नहीं है. बल्कि देश के सभी बैंकों को नुकसान हुआ है.
स्टडी में हुआ खुलासा
बैंकों में हुए घोटाले को लेकर आईआईएम बंग्लुरु में एक स्टडी की गई. स्टडी में सामने आया है कि 2012 से 2016 के बीच देश के सरकारी बैंकों के कुल 227.43 अरब रुपए डूब चुके हैं. अकेले 2017 में बैंकों को 179 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है.
25800 से ज्यादा धोखाधड़ी के मामले
खुद सूचना एंव तकनीकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के आंकड़ों का हवाला देते हुए संसद को बताया था कि 1 जनवरी से 21 दिसंबर 2017 तक 179 करोड़ रुपए के बैंक फर्जीवाड़े के 25,800 से ज्यादा मामले सामने आए. इन फर्जीवाड़ों को क्रेडिट/डेबिट कार्ड्स और इंटरनेट बैंकिंग के जरिए अंजाम दिया गया था.
नीरव मोदी नहीं, इस हीरा कारोबारी ने दिया था PNB को सबसे बड़ा झटका
बैंकों के कर्मचारी रहे शामिल
मार्च 2017 में आरबीआई ने जो आंकड़े जारी किए, उनके मुताबिक वित्त वर्ष 2016-17 में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के 64 कर्मचारी, एचडीएफसी बैंक के 49 कर्मचारी, ऐक्सिस बैंक के 35 कर्मचारी की भूमिका इन फर्जी ट्रांजैक्शंस में पाई गई. अप्रैल से दिसंबर 2016 के बीच 177.50 अरब रुपए के फर्जीवाड़े के 3,870 मामले दर्ज करवाए गए. इन फर्जीवाड़ों में निजी और सरकारी बैंकों के 450 कर्मचारी शामिल पाए गए.
आखिरकार PNB ने बताया कि उसे जल्द ही क्यों पता नहीं चला धोखाधड़ी का
किस बैंक में कितना फ्रॉड
FIR से एक महीने पहले ही देश छोड़कर जा चुका है PNB घोटाले का आरोपी नीरव मोदी: CBI
2011 में क्या हुआ
सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (सीबीआई) को पता चला कि बैंक ऑफ महाराष्ट्र, सेंट्रल बैंक, ऑरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स और आईडीबीआई में 10 हजार जाली खाते खोले गए और 1.5 अरब रुपए मूल्य का लोन दे दिया गया.
2014 में क्या हुआ
कौन है करोड़ों की धोखाधड़ी का आरोपी नीरव मोदी? दोस्त के कहने पर डिजाइन की थी ज्वेलरी
2015 में क्या हुआ
2016 में क्या हुआ
चार लोगों ने सिंडिकेट बैंक में 386 अकाउंट्स खुलवाकर 10 अरब रुपए का फर्जीवाड़ा किया. बैंक को चूना लगाने के लिए उन लोगों ने जाली चेक, लेटर ऑफ क्रेडिट्स (लेटर ऑफ अंडरस्टैंडिंग्स) और एलआईसी पॉलिसीज का सहारा लिया.
PNB में 11400 करोड़ रुपए का घोटाला: गीतांजलि, गिन्नी और नक्षत्र जैसी आभूषण कंपनियां जांच के घेरे में
2017 में क्या हुआ
पीएनबी ने दर्ज कराई CBI में 11400 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की शिकायत
2018 में क्या हुआ