Mercury Transit 2023: वैदिक ज्योतिष में बुध को ग्रहों के राजकुमार की संज्ञा दी गई है. वह मार्च के आखिरी दिन मंगल के घर में प्रवेश कर जाएंगे. जाहिर है इसका असर सभी 12 राशियों के जातकों पर पड़ेगा. ऐसे में आइए जानते हैं कि वृष के लिए यह राशि परिवर्तन कैसा रहेगा.
Trending Photos
Budh Gochar 2023: ब्रह्मांड में घूमते हुए बुध ग्रह 31 मार्च को दोपहर के बाद 3:28 बजे मीन राशि से निकल कर मेष राशि में गोचर करेंगे. मीन राशि के स्वामी मंगल हैं. इस तरह ग्रहों के राजकुमार बुध मंगल के घर में जाएंगे. हालांकि, बुध और मंगल में शत्रुतापूर्ण संबंध है, लेकिन राशि परिवर्तन के बाद दोनों ग्रहों के बीच एक अंडरस्टैंडिंग बन जाएगी. मेष राशि में बुध के प्रवेश करने का प्रभाव 12 राशियों पर किसी न किसी रूप में पड़ेगा. ऐसे में आइए जानते हैं वृष राशि के लोगों पर इसका क्या प्रभाव पड़ने वाला है.
वृष राशि वालों के लिए बुध का यह परिवर्तन यात्रा कराने वाला होगा. काम के सिलसिले से आपको कुछ अधिक यात्राएं करनी होंगी. नौकरीपेशा लोगों को टेक्नोलॉजी का प्रयोग करते हुए कामों को पूरा करने पर जोर देना होगा. अनुभवों के आधार पर खुद को तकनीकी रूप से और मजबूत करना होगा. टारगेट बेस्ड जॉब करने वालों को टारगेट पूरा करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाना होगा, क्योंकि ग्रहों की स्थिति टारगेट को पूरा करने में बाधा बन सकती है.
जिन लोगों ने हाल में ही नौकरी ज्वाइन की है, उन लोगों को कार्यस्थल पर किसी के साथ भी विवाद करने से बचना होगा. सहकर्मी के संग विवाद आपकी छवि को खराब कर सकता है.
व्यापारियों को उत्पाद की क्वालिटी को मेंटेन रखने का प्रयास करना होगा, साथ ही उसकी बिक्री को बढ़ाने के लिए ग्राहकों को आकर्षक ऑफर भी देने चाहिए. व्यापारी वर्ग लेन-देन लिखा-पढ़ी के साथ ही करें. यदि संभव हो तो पैसा कैश न लेकर सीधे अकाउंट में लें, क्योंकि आर्थिक नुकसान होने की संभावना है. सुरक्षा से संबंधित सभी व्यवस्था टाइट रखें और बीच-बीच में चेक भी करते रहें, क्योंकि चोरी या नुकसान होने की आशंका है. चतुर लोगों से उचित दूरी बनाकर रखें. वह लोग आपको किसी छलावे में फंसाने की कोशिश कर सकते हैं.
हायर एजुकेशन की चाह रखने वाले युवाओं को विदेश जाने का अवसर मिल सकता है. जिन विद्यार्थियों की परीक्षा नजदीक है, उन लोगों को सुबह जल्दी उठकर रिवीजन करना चाहिए. रिवीजन ओरल न करके, लिखकर करें तो ज्यादा अच्छा रहेगा. युवा वर्ग को अपने बातचीत के तरीके में सुधार लाना होगा. ऐसे शब्दों का प्रयोग बिलकुल न करें, जिसे सुनकर लोग बुरा माने.
इस अवधि में खाली पेट बिलकुल भी न रहें, अन्यथा गैस्ट्रिक की समस्या हो सकती है, इसलिए चिकनाई वाले खाने से दूर रहते हुए पानी खूब पीएं. अस्थमा पेशेंट को धूप और डस्ट से बचकर रहना होगा, वरना स्वास्थ्य खराब हो सकता है. स्विमिंग करने वाले लोगों को स्किन एलर्जी हो सकती है.