Chaitra Navratri 2023: नवरात्रि में जमकर बरसेगी मां अम्बे की कृपा, ये काम पूरी करेंगे सभी कामनाएं!
Advertisement
trendingNow11618038

Chaitra Navratri 2023: नवरात्रि में जमकर बरसेगी मां अम्बे की कृपा, ये काम पूरी करेंगे सभी कामनाएं!

Navrtari Mahaupay: चैत्र नवरात्रि की शुरुआत 22 मार्च 2023, बुधवार के दिन से हो रही है. ऐसे में इस दौरान किए गए कुछ ज्योतिषीय उपाय व्यक्ति को मां दुर्गा की कृपा तो दिलाते ही हैं. साथ ही, उनकी कई समस्याओं का समाधान भी करते हैं.

 

फाइल फोटो

Chaitra Navratri Ghatsthapna Muhurat 2023: हिंदू धर्म के अनुसार साल में चार बार नवरात्रि का पर्व मनाया जाता है. दो गुप्त नवरात्रि और दो नवरात्रि को बहुत ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है. एक चैत्र नवरात्रि और एक शारदीय नवरात्रि. चैत्र नवरात्रि की शुरुआत चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से होती है. इस बार 22 मार्च से मां दुर्गा को समर्पित चैत्र नवरात्रि रखे जाएंगे.

इन 9 दिनों में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है. कहते हैं कि इन  दिनों में मां अम्बे की सच्चे मन से पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि और धन वैभव की प्राप्ति होती है. मां दुर्गा की कृपा पाने के लिए शास्त्रों में विधिपूर्वक पूजा-पाठ करने की सलाह दी गई है. साथ ही, कुछ उपाय भी व्यक्ति की समस्याओं को दूर करने में मदद करते हैं. ज्योतिष शास्त्र में नवरात्रि के दिनों में कुछ महाउपायों के बारे में बताया गया है, जिन्हें करने से जल्द ही आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाएंगी.

11 आहुतियों चमकाएंगी किस्मत का तारा

अगर किसी भी काम में आपको किस्मत का साथ नहीं मिल रहा है या फिर कड़ी मेहनत के बाद भी सफलता हासिल करने में असमर्थ हैं, तो चैत्र नवरात्रि के दिनों में 11 आहुतियां आपकी किस्मत का तारा चमका सकती है. इसके लिए आपको करना ये है कि मंदिर में जाकर किसी पुजारी से आहुतियां डालने का आग्रह करें. इस दौरान कम से कम 11 आहुतियां अवश्य दें. इस उपाय को करने से आपकी सभी मनोकामनाएं अवश्य ही पूरी हो जाएंगी. बता दें कि आपको मां भगवती की कृपा से सुख-समृद्धि और धन की प्राप्ति होगी. साथ ही, जीवन में हर दुख का नाश होगा.

अष्टमी के दिन कर लें ये काम

अगर आपकी कोई कामना लंबे समय से अधूरी है और वे पूरी नहीं हो पा रही है, तो अष्टमी के दिन शिव मंदिर में जल्दी उठकर साफ-सफाई करें. महादेव के शिवलिंग में जलाभिषेक, दुग्धाभिषेक, शहद से अभिषेक करने के बार फिर अंत में एक बार जल से अभिषेक करें. इसके बाद शिवलिंग पर इत्र, चंदन, लगाकर उनका ऋंगार करें.

इसी के साथ, उस दिन रात में मंदिर में या फिर घर पर घी से हवन करें और 108 बार ओम नमः शिवाय की आहुतियां दें. इतना ही नहीं, हवन करने के बाद अगले 40 दिन तक नियमित रूप से ओम नमः शिवाय की पांच माला जाप करने से मां दुर्गा की कृपा प्राप्त होगी. बता दें कि ये जाप रुद्राक्ष की माला या फिर स्फटिक की माला से करें.

अपनी फ्री कुंडली पाने के लिए यहां क्लिक करें
 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

Trending news