Mrityu Panchak 2023: दो दिन बाद लगने जा रहे हैं 'मृत्यु पंचक', 5 दिन गलती से भी न करें ये काम वरना जिंदगी भर के लिए हो जाएगा पछतावा
Advertisement
trendingNow11689595

Mrityu Panchak 2023: दो दिन बाद लगने जा रहे हैं 'मृत्यु पंचक', 5 दिन गलती से भी न करें ये काम वरना जिंदगी भर के लिए हो जाएगा पछतावा

Mrityu Panchak 2023 Don't: ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि हर महीने अलग-अलग पंचक लगते हैं. इस बार मई में 'मृत्यु पंचक' लगने जा रहा है. इस पंचक में कुछ कार्य करने की  बिल्कुल मनाई होती है. 

Mrityu Panchak 2023: दो दिन बाद लगने जा रहे हैं 'मृत्यु पंचक', 5 दिन गलती से भी न करें ये काम वरना जिंदगी भर के लिए हो जाएगा पछतावा

Mrityu Panchak 2023 Starting Date: पुराणों में पंचक को बहुत अशुभ माना गया है. ये पंचक हर महीने लगते हैं. ये पंचक राज पंचक, मृत्यु पंचक, रोग पंचक, अग्नि पंचक और चोर पंचक नाम के 5 तरीके के होते हैं. पंचक के 5 दिनों में शुभ काम करने की मनाही होती है. इस साल मई में मृत्यु पंचक लगने जा रहा है. मान्यता है कि अगर मृत्यु पंचक काल में किसी की मौत हो जाए तो उस परिवार के बाकी लोगों पर संकट के बादल मंडराने लगते हैं. इस पंचक काल में शुभ कार्य करने की मनाही होती है. आइए जानते हैं कि मृत्यु पंचक कब से शुरू हो रहे हैं और इस दौरान क्या करें और क्या न करें. 

कब तक रहेगा मृत्यु पंचक 2023 (When is Mrityu Panchak 2023 Date)

ज्योतिष शास्त्रों के मुताबिक धार्मिक विद्वानों के मुताबिक शनिवार से शुरू होने वाले पंचक को 'मृत्यु पंचक' (Mrityu Panchak 2023) कहते हैं. अपने नाम के अनुरूप यह मृत्यु पंचक मौत की तरह की संकट और तनाव देने वाला होता है. इस बार मृत्यु पंचक 13 मई 2023 को दोपहर 12 बजकर 18 मिनट से शुरू होकर समापन 17 मई 2023 को सुबह 07 बजकर 39 मिनट पर होगा. 

मृत्यु पंचक में क्या करना चाहिए

धार्मिक विद्वानों के अनुसार जब मृत्यु पंचक लगा हो और उस दौरान किसी की मौत हो जाए तो उसके शव का अंतिम संस्कार करें. साथ ही उस शव के साथ ही कुश के 5 पुतले बनाकर उनका भी विधि विधान से अंतिम संस्कार करें. ऐसा करने से मृत्यु पंचक के अशुभ फलों को टाला जा सकता है. 

मृत्यु पंचक में भूलकर भी न करें ये काम (Mrityu Panchak Rules)

मृत्यु पंचक (Mrityu Panchak 2023) के इन 5 दिनों के दौरान लोगों को कुछ काम बिल्कुल नहीं करने चाहिए. इस दौरान चारपाई नहीं बनवाना चाहिए. साथ ही मकान की छत नहीं डलवानी चाहिए. इसके अलावा दक्षिण दिशा में यात्रा करना भी वर्जित माना जाता है. यह मृत्यु पंचक काफी अशुभ माना जाता है. कहते हैं कि अगर मृत्यु पंचक में किसी की मौत हो जाए तो फिर उसी कुटुंब या गांव में 5 और लोगों की मौत होंगी. ऐसे में कुछ विशेष उपाय के साथ ही मृतक का दाह संस्कार किया जाता है.

Trending news