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Rahu Ketu Dosh Ke Lakshan aur Upay: ज्योतिष शास्त्र में राहु-केतु ग्रहों को अशुभ माना गया है. ये छाया ग्रह हैं और इनके पास किसी भी राशि का स्वामित्व नहीं होता है. यदि कुंडली में राहु-केतु दोष हो तो इसके लक्षण पहचान कर तुरंत उपाय कर लेना चाहिए. राहु-केतु दोष की शांति करने में की गई देरी जिंदगी बर्बाद कर सकती है. राहु-केतु डेढ़ साल में गोचर करते हैं इसलिए इनका अच्छा-बुरा असर भी लोगों पर ज्यादा समय तक रहता है. आइए जानते हैं खराब राहु और केतु के क्या लक्षण हैं और इन्हें ठीक करने के लिए क्या उपाय करना चाहिए.
यदि राहु कमजोर स्थिति में हो और राहु ग्रह की तत्कालीन स्थिति आपके लिए अशुभ हो तो जीवन में अचानक घटनाएं घटित होने लगती हैं. अनिद्रा की समस्या होने लगती है. डरावने सपने, मानसिक उलझनें चैन नहीं लेने देती हैं. व्यक्ति आलस का शिकार हो जाता है, उसके शरीर में अकड़न होने लगती है. उसका कामकाज ठप्प होने लगता है.
कमजोर केतु भी अनिद्रा की समस्या देता है. इसके अलावा व्यक्ति को मेहनत के बाद भी पैसा कमाने में सफलता नहीं मिलती है. उसके घर में झगड़े होने लगते हैं. रिश्ते बिगड़ते हैं. संतान संबंधी कष्ट होता है. इसके अलावा जोड़ों में दर्द, चर्म रोग, रीढ़ की हड्डी में दर्द, घुटनों का दर्द आदि हो सकता है.
- राहु-केतु दोष दूर करने के लिए मां दुर्गा की नियमित पूजा करना बहुत लाभ देता है. कम से कम हर रविवार को मां दुर्गा की पूजा जरूर करें. इससे राहु-केतु का प्रकोप दूर होता है.
-राहु-केतु दोष दूर करने के लिए राहु का बीज मन्त्र 'ॐ रां राहवे नमः' अैर केतु के बीज मन्त्र 'ॐ कें केतवे नमः' का कम से कम 108 बार जाप करें.
- राहु-केतु के अशुभ असर को दूर करने में 'ॐ नमोः भगवते वासुदेवाय' मन्त्र का रोज कम से कम 108 बार जाप करना भी बहुत लाभ देता है. इससे कष्ट कम होने लगते हैं.
- राहु और केतु दोष को दूर करने के लिए कुत्ते को नियमित रोटी खिलाना आसान और प्रभावी उपाय है.
- राहु-केतु को मजबूत करने के लिए तांत्रिक मंत्र का सहारा भी लिया जा सकता है. इसके लिए काले रंग के कपड़े पहनकर राहु के तांत्रिक मंत्र 'ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं स: राहवे नम:' और केतु तांत्रिक मंत्र 'ॐ स्त्रां स्त्रीं स्त्रौं स: केतवे नम:' का कम से कम 11 या 18 बार या 5 माला जाप करें. इन तांत्रिक मंत्रों का जाप शाम को करें.
- हर शनिवार को पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाने से राहु केतु के साथ-साथ शनि ग्रह भी अच्छा फल देने लगता है.
- राहु-केतु दोष करने में भोलेनाथ की आराधना भी बहुत असरकारक है. इसके लिए रुद्राक्ष की माला से रोज ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र का कम से कम 108 बार जाप करें.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)