Effects of Shani Asta 2023: न्याय के देवता शनि कुंभ राशि में अस्त हो चुके हैं. ज्योतिष के मुताबिक उन्हें 4 बुरी आदतें बिल्कुल पसंद नहीं हैं. जो लोग इन 4 बुरी आदतों को पालते हैं, उन्हें शनि के क्रोध का भागी बनना पड़ता है.
Trending Photos
Shani Asta 2023 Effects: शनि देव को न्याय का देवता कहा जाता है. उन्हें नवग्रहों में सबसे क्रूर ग्रह माना जाता है. कहा जाता है कि वे एक बार जिस व्यक्ति पर क्रोधित हो जाएं, उसके पूरे जीवन में संकट और पीड़ा भर देते हैं, जिससे वह कभी भी बाहर नहीं निकल पाता. शनि देव ने 17 जनवरी को कुंभ राशि में प्रवेश किया था. वे आज से 33 दिनों के लिए अस्त हो गए हैं. ज्योतिष शास्त्र में कहा गया है कि शनि देव को 4 बुरी आदतों से सख्त नफरत है. अपने अस्त होने की अवधि में भी अगर उन्हें कोई जातक इन बुरी गतिविधियों में लिप्त मिलता है तो उस पर उनका क्रोध टूटते देर नहीं लगती. आइए जानते हैं कि वे बुरी आदतें कौन सी हैं.
ब्याज पर पैसों का लेन-देन करने वाले
जो लोग ऊंचे ब्याज पर पैसों का लेन देन करते हैं, उन्हें शनि देव की नाराजगी झेलनी पड़ सकती है. ऐसे लोग संभल जाएं और जरूरतमंदो का उत्पीड़न करना बंद कर दें. अगर वे ऐसा नहीं करते हैं तो उन्हें शनि (Shani Dev) की वक्र दृष्टि का सामना करना होगा, जिसके प्रभाव से बच पाना उनके लिए बेहद मुश्किल होगा.
पैरों को घसीटकर चलने वाले लोग
कई लोगों को पैर घसीटकर चलने की खराब आदत होती है. ऐसे लोगों पर शनि की हमेशा टेढ़ी नजर होती है. शनि की नाराजगी की वजह से ऐसे लोगों को जीवन में आर्थिक तंगी और अशुभ परिणाम झेलने पड़ते हैं. शनि देव (Shani Dev) के अस्त होने पर उन्हें इस आदत में सुधार लाना होगा वरना नुकसान तय है.
बाथरूम में गंदगी फैलाने वाले
बाथरूम को इस्तेमाल के बाद कभी भी गंदा नहीं छोड़ना चाहिए. ऐसा करने से वास्तु दोष पनप जाता है, जिसके दुष्प्रभाव से अच्छे भले काम भी बिगड़ने लगते हैं. इस तरह की गलत हरकत करने वालों से शनि देव (Shani Dev) हमेशा नाराज रहते हैं, जिससे उनका जीवन कष्ट में बीतता है. लिहाजा बाथरूम और टॉयलेट हमेशा साफ रखने चाहिए.
इधर-उधर थूकने वाले लोग
कई सारे लोगों को अक्सर इधर-उधर थूकने की बुरी आदत होती है. इस तरह की बुरी आदत कुंडली में शनि के कमजोर होने का संकेत देती है. जिन लोगों में यह गंदी आदत होती है, उनसे शनि देव (Shani Dev) हमेशा नाराज होता है. उनकी टेढ़ी नजर की वजह से ऐसे लोगों का जीवन कष्ट में बीतता है और सेहत भी खराब रहती है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)