Shani Jayanti 2023 ke Upay: इस वक्त 5 राशियां हैं, जो शनि देव का प्रकोप झेल रही हैं. शनि की कुदृष्टि के चलते उनके कोई भी काम सफल नहीं हो पा रहे हैं. ऐसे में वे जातक 19 मई को शनि जयंती पर खास उपाय करके इन दुष्प्रभावों से मुक्ति पा सकते हैं.
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How to Get Rid of Shani ki Sadhe Sati and Dhaiyya: इस महीने 19 मई को शनि जयंती मनाई जाएगी. धार्मिक विद्वानों के अनुसार जिन लोगों के ऊपर शनि की ढैय्या या साढ़ेसाती चल रही है, उनके लिए यह प्रकोप कम करने का शानदार मौका रहेगा. फिलहाल 5 राशियां शनि का प्रकोप झेल रही हैं. इनमें मकर, कुंभ और मीन राशि पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है. जबकि कर्क और वृश्चिक राशि पर शनि की ढैय्या चल रही है. जब शनि क्रोधित होते हैं तो इंसान की तार्किक क्षमता खत्म होने लग जाती है और मन अशांत हो जाता है. इसके चलते वह धीरे-धीरे गरीबी के दुष्चक्र में धंसने लग जाता है. आइए जानते हैं कि शनि के क्रोध को शांत करने के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं.
कुम्भ राशि
इस राशि के जातक शनि की साढ़ेसाती (Shani ki Sadhe Sati) के असर की वजह से कई तरह की परेशानियां झेल रहे हैं. उनकी जिंदगी में कोई भी काम सफल नहीं हो पा रहा है. ऐसे में उन्हें शनि जयंती वाले दिन शनि देव की पूजा करके उनके बीज मंत्र का जाप करना चाहिए. इससे उन्हें लाभ होगा.
वृश्चिक राशि
शनि की ढैय्या (Shani ki Dhaiyya) ने इस राशि के जातकों को अपने बंधन में बांध रखा है. इसके चलते उन्हें लगातार नौकरी-कारोबार में नुकसान की आशंका बनी हुई है. साथ ही पारिवारिक रिश्ते भी कमजोर हो रहे हैं. इसके उपाय के लिए उन्हें शनि जयंती पर शनि मंदिर में जाकर उनकी पूजा करनी चाहिए.
मीन राशि
इस राशि पर भी शनि की साढ़ेसाती (Shani ki Sadhe Sati) का प्रभाव बना हुआ है, जिसके चलते उनकी सेहत खराब हो सकती है. पति-पत्नी के बीच विवाद भी बना हुआ है. इससे बचने के लिए शनि जयंती पर शनि मंदिर जाकर उन्हें शमी की पत्तियां अर्पित करें.
कर्क राशि
इस राशि के जातकों पर शनि की ढैय्या (Shani ki Dhaiyya) चल रही है. जिससे मन अशांत हो जाता है. इसके चलते इंसान के सोचने-समझने की क्षमता कम हो जाती है और वह तार्किक बात नहीं कह पाते. इसके उपाय के रूप में शनि जयंती पर शनि देव की पूजा कर तिल के तेल का दीपक जलाएं.
मकर राशि
यह राशि शनि की साढ़ेसाती (Shani ki Sadhe Sati) से पीड़ित चल रही है. इसकी वजह से उनका खर्च पहले से ज्यादा बढ़ गया है और मन अशांत रहने लगा है. तबियत खराब होने की आशंका भी बनी हुई है. इससे मुक्ति के लिए जातक शनि देव की पूजा करके शनि स्तोत्र का पाठ करें.