शुक्र की महादशा करती है भाग्‍योदय! 20 साल तक मिलता है राजा जैसा धन-वैभव, ऐश्‍वर्य
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शुक्र की महादशा करती है भाग्‍योदय! 20 साल तक मिलता है राजा जैसा धन-वैभव, ऐश्‍वर्य

Shukra Ki Mahadasha ka Prabhav: ज्योतिष शास्त्र में शुक्र की महादशा को बेहद खास माना गया है क्‍योंकि कुंडली में शुक्र शुभ हो तो महादशा के 20 साल जातक को राजा जैसा सुखी जीवन देते हैं. 

फाइल फोटो

Shukra ki Mahadasha ke Upay: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शुक्र ग्रह धन-वैभव, विलासिता, प्रेम, आकर्षण देने वाले ग्रह हैं. जिस व्‍यक्ति की कुंडली में शुक्र उच्‍च का हो उसका जीवन भौतिक सुख से भरपूर रहता है. वह सुंदर होता है, उसमें आकर्षण होता है. अपार धन-संपत्ति का मालिक बनता है, जीवन में भरपूर प्रेम और ऐश्‍वर्य रहता है. कुल मिलाकर जातक राजा जैसा जीवन जीता है. शुक्र की महादशा सबसे ज्‍यादा 20 साल चलती है और यह समय शानदार गुजरता है. कह सकते हैं कि कुंडली में शुक्र मजबूत हो तो शुक्र की महादशा भाग्‍य जगा देती है. 

शुक्र की महादशा के प्रभाव  

कुंडली में उच्‍च का शुक्र हो तो जातक को शुक्र की महादशा में राजसी सुख-वैभव मिलता है, उसका जीवन प्रेम से भरपूर रहता है. वहीं कुंडली में शुक्र का शुभ योग नहीं होता उन्हें कठिनाइयां, आर्थिक चुनौतियां और प्रेम का अभाव झेलना पड़ता है. ऐसे लोगों का जीवन अभावों और संघर्ष में कटता है. उन्‍हें प्रेम नहीं मिलता है, लव लाइफ-मैरिड लाइफ अच्‍छी नहीं रहती है. ऐसे में जातक को जल्‍द से जल्‍द उपाय कर लेने चाहिए ताकि शुक्र देव प्रसन्न हों और उसे सुख-समृद्धि मिल सके. 

शुक्र ग्रह के उपाय

कुंडली में नीच का शुक्र हो या शुक्र दोष हो तो उसके अशुभ फल से निजात पाने के लिए ज्‍योतिष शास्‍त्र में कुछ उपाय बताए गए हैं. ये उपाय बहुत कारगर हैं और इन्‍हें करने से जीवन में धन-वैभव, प्रेम और सुख बढ़ता है. चूंकि धन की देवी मां लक्ष्‍मी और शुक्र देव को प्रसन्‍न करने के लिए शुक्रवार का दिन सर्वश्रेष्‍ठ माना गया है इसलिए ये उपाय शुक्रवार के दिन करने से कई गुना ज्‍यादा लाभ मिलता है और जीवन में तेजी से सकारात्‍मक बदलाव आते हैं. 

- हर शुक्रवार को शुक्र देव के बीज मंत्र 'शुं शुक्राय नम:' का जाप करें. कम से कम 108 बार इस मंत्र का जाप करें. 
- शुक्रवार की शाम या रात को निशिता काल में माता लक्ष्‍मी की विधि-विधान से पूजा करना बहुत लाभदायी है. पूजा में मां लक्ष्‍मी को खीर या दूध से बनी मिठाई का भोग लगाएं. 
- शुक्रवार को चींटियों को आटा व शक्कर खिलाएं. 
- शुक्रवार के दिन सफेद कपड़े पहनें. 
- शुक्रवार को कन्‍याओं को खीर या दूध से बनी मिठाई खिलाएं. 

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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