शनि-सूर्य युति 2023: 15 मार्च तक बचकर रहें ये लोग, शनि की राशि में शत्रु ग्रहों का योग कराएगा बड़ा नुकसान!
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शनि-सूर्य युति 2023: 15 मार्च तक बचकर रहें ये लोग, शनि की राशि में शत्रु ग्रहों का योग कराएगा बड़ा नुकसान!

Shani Surya Yuti 2023 in Kumbh: ज्‍योतिष में सूर्य को शनि का पिता बताया गया है लेकिन सूर्य-शनि या पिता-पुत्र के बीच शत्रुता का भाव है. शनि की राशि कुंभ में शत्रु ग्रह शनि-सूर्य की युति कुछ राशि वालों को बड़ा नुकसान पहुंचा सकती है.

फाइल फोटो

Shatru Grah Yuti 2023: शनि देव 17 जनवरी को कुंभ राशि में गोचर कर चुके हैं, वहीं 13 फरवरी को ग्रहों के राजा सूर्य गोचर करके इसी राशि में चले गए. अब सूर्य 15 मार्च 2023 तक कुंभ राशि में रहेंगे. इस तरह कुंभ राशि में शनि सूर्य की युति रहेगी. चूंकि ज्‍योतिष के अनुसार सूर्य और शनि के बीच शत्रुता का भाव है. ऐसे में शनि की राशि में सूर्य और शनि की युति सभी 12 राशि वालों पर बड़ा असर होगा. वहीं 3 राशि वालों को तो सूर्य शनि की युति खासा नुकसान करवा सकती है. लिहाजा 15 मार्च तक इन राशि के जातकों को सावधान रहने की जरूरत है. साथ ही कौनसे उपाय इन लोगों को राहत दे सकते हैं. 

शनि-सूर्य की युति पहुंचाएगी बड़ा नुकसान 

कर्क राशि- सूर्य-शनि की युति कर्क राशि के जातकों के लिए अच्‍छी नहीं कही जा सकती है. ये जातक अपनी और अपने परिजनों की सेहत का ध्‍यान रखें. बीमारी या दुर्घटना के शिकार हो सकते हैं. परीक्षा-प्रतियोगिता में मनचाहे परिणाम नहीं मिलेंगे. विवादों से बचें. यदि कोर्ट में कोई मामला है तो उलझ सकता है. 

मकर राशि- सूर्य-शनि की युति मकर राशि वालों को भी समस्‍याएं दे सकती हैं. चूंकि इन राशि वालों पर शनि की साढ़ेसाती भी चल रही है, ऐसे में इनके लिए मुश्किलें ज्‍यादा रहेंगी. धन हानि हो सकती है. कोई काम बनते-बनते रह जाएगा. अपनी या माता-पिता की सेहत में समस्‍या हो सकती है. 

कुंभ राशि- सूर्य और शनि की युति कुंभ राशि वालों को 15 मार्च तक परेशान करेगी. सावधान रहें. बने बनाए काम बिगड़ सकते हैं. धन हानि के योग हैं. निवेश से बचें. बेहतर होगा कि इस दौरान लेन-देन और खर्च देखकर करें. वैवाहिक जीवन में भी समस्‍या हो सकती है. 

अशुभ फलों से बचने के उपाय 

जिन लोगों के लिए सूर्य-शनि की युति अशुभ फल दे रही है. वे 15 मार्च तक रोज सुबह उगते हुए सूर्य को अर्घ्‍य दें. साथ ही संभव हो तो रविवार के दिन उपवास भी रखें और बिना नमक का भोजन करें. इसके अलावा आदित्‍य हृदय स्‍त्रोत का पाठ करना बहुत लाभ देगा. सूर्य पिता के भी कारक हैं, लिहाजा पिता का सम्‍मान करें. वहीं शनिवार को शनि मंदिर में सरसों के तेल का दीपक जलाएं. जरूरतमंदों को काली चीजों का दान करें.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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