Pair Chune Ka Sahi Tarika Niyam: भारत में पैर छूने की परंपरा देश के लगभग हर कोने में प्रचलित है. हालांकि पैर छूने को लेकर नियम या तरीकों में थोड़ा बदलाव है. पैर छूने में की गई गलती पाप का भागीदार बना सकती है.
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Feet Touching Rules in Hindi: ना केवल हिंदू धर्म में बल्कि अन्य धर्मों में भी पैर छूने की परंपरा सदियों पुरानी है. पैर छूना आदर और सम्मान व्यक्त करने का एक बहुत अच्छा तरीका होता है. साथ ही जिस व्यक्ति के पैर छुए जाते हैं वह आशीर्वाद देता है. बड़े-बुजुर्गों और सम्मानीय व्यक्ति का आशीर्वाद जीवन में अपार सफलता, सुख और शांति दिलाता है. यही वजह है कि लोग देवी-देवताओं, संतों, महात्माओं, गुरुओं और बड़े-बुजुर्गों के पैर छूकर उनका आशीर्वाद पाते हैं. लेकिन पैर छूने का तरीका सही होना चाहिए और इस दौरान कुछ नियमों का पालन भी करना चाहिए.
पैर छूने के नियम
पैर छूने का सही तरीका क्या होता है और किन लोगों के पैर छूने चाहिए या किन लोगों के पैर नहीं छूने चाहिए, यह जानना बहुत जरूरी है. वरना पैर छूने का पूरा फल भी नहीं मिलेगा, उल्टे कुछ मामलों में व्यक्ति को पाप भी लग सकता है. ऐसे में पैर छूने से जुड़े कुछ जरूरी नियम जरूर जान लें.
- शास्त्रों के अनुसार हमेशा माता-पिता और माता-पिता जैसे सम्मानीय व्यक्तियों के पैर छूकर उनका आशीर्वाद लेना चाहिए. ऐसा करने से जीवन में सुख-समृद्धि, धन-दौलत, सफलता मिलती है और संकटों से बचाव होता है.
- कभी भी कुंवारी कन्याओं से पैर छुआने की गलती ना करें. कुंवारी कन्याओं को देवी मां का रूप माना गया है. कन्याओं से पैर छुआना व्यक्ति को महापाप का भागीदार बनाता है. नवरात्रि समेत खास मौकों पर कन्याओं को दूध से बनी मिठाई खिलाकर उन्हें भेंट दें और फिर छूकर उनका आशीर्वाद लें, ऐसा करने से जीवन में खूब खुशियां, धन-समृद्धि मिलती है.
- हिंदू धर्म में पिता का अपनी बेटियों से पैर छुआना वर्जित किया गया है. बेटियों को देवी का रूप माना गया है. यदि बेटी, पिता के पैर छुए तो पिता को पाप लगता है.
- बड़े-बुजुर्ग के पैर छूना और उनका आशीर्वाद लेना बहुत शुभ होता है लेकिन कभी भी मंदिर में किसी व्यक्ति के पैर ना छुएं. मंदिर में भगवान से बड़ा कोई नहीं होता है और भगवान के सामने किसी और के पैर छूना मंदिर और भगवान का अपमान माना जाता है. इसी तरह घर में भी यदि कोई व्यक्ति पूजा कर रहा हो तो उस दौरान उसके पैर ना छुएं. इससे पैर छूने वाले और पैर छुआने वाले दोनों ही व्यक्ति को पाप लगता है.
- कभी भी सोते हुए या लेटे हुए व्यक्ति के पैर ना छुएं. माना जाता है कि लेटे हुए व्यक्ति के पैर छूने से उस व्यक्ति की उम्र घटती है. दरअसल मरे हुए व्यक्ति के ही लेटे रहने के दौरान पैर छुए जाते हैं.
- श्मशान घाट में या फिर श्मशान घाट से लौट रहे व्यक्तियों के पैर भी नहीं छूने चाहिए. श्मशान घाट से लौट रहा व्यक्ति अशुद्ध हो जाता है ऐसे में उसके पैर छूना वर्जित है. उस व्यक्ति स्नान करने और कपड़े बदलने के बाद ही पैर छुएं.
- कभी भी भांजा-भांजी से भी पैर नहीं छुआना चाहिए. भांजा-भांजी को पूजनीय और ब्राह्मण के बराबर माना गया है, ऐसे में मामा-मामी द्वारा भांजे-भांजियों से पैर छुआना मामा-मामी को पाप का भागीदार बनाता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)