Shagun Ka Sikka: शगुन के लिफाफे में आखिर क्यों रखा जाता है एक रुपये का सिक्का, जानें क्या है वजह!
Shagun ka One Rupee: किसी की शादी-ब्याह या फिर शुभ कार्यों में या तीज त्योहार में किसी अपने को लिफाफा देने की परंपरा है. उस लिफाफे में एक रुपए का सिक्का जरूर रखते हैं. लेकिन आखिर लिफाफे में एक रुपए का सिक्का ही क्यों रखा जाता है. जानें
One Rupee Coin Importance: ज्योतिष शास्त्र में किसी भी शुभ और मांगलिक कार्य के दौरान शगुन का नेक देने की परंपरा सदियों पुरानी है. किसी की शादी-ब्याह, मुंडन या गृह प्रवेश के दौरान उसे एक रुपये के सिक्के के साथ शगुन का लिफाफा दिया जाता है. उसमें हम अपने अनुसार 501, 1101, या फिर 2101 रुपये का शगन दिया जाता है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है, कि लिफाफे में हमेशा 1 रुपये का सिक्का ही क्यों लगाया जाता है. 2 या 5 रुपये का सिक्का क्यों नहीं लगाते? तो चलिए जानते हैं शगुन के तौर पर एक रुपये का सिक्का ही क्यों लगाया जाता है और इसका महत्व.
शादी के लिफाफे में क्यों रखते हैं एक का सिक्का
- शास्त्रों में शादी में शगुन के तौर पर एक रुपए का सिक्का किसी भी नए जोड़े को इसलिए दिया जाता है क्योंकि एक रुपए के सिक्के को जोड़ने से नोट की संख्या विभाजित ना होने वाली संख्या बन जाती है यानी जो डिवाइड नहीं हो सकता है. शगुन के तौर पर दिए जाने वाले लिफाफे से लोग यही कामना करते हैं कि नया जोड़ा भी हमेशा साथ में रहे.
- शास्त्रों के अनुसार शगुन के तौर पर लिफाफे में एक का सिक्का रखना बहुत शुभ होता है. हिंदू धर्म की मान्यता के अनुसार मां लक्ष्मी को धातु का रूप भी माना जाता है. इसलिए लिफाफे में एक का सिक्का मां लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है.
- वहीं एक रुपए के सिक्के को उन्नति का प्रतीक भी माना जाता है. कहते हैं शगुन या नेग में एक रुपये का सिक्का लगाकर देना यानी आप उस व्यक्ति की आर्थिक उन्नति चाहते हैं.
- एक और मान्यता के अनुसार शून्य को अच्छा नहीं माना जाता. शून्य किसी भी चीज के अंत के तौर पर देखा जाता है. अगर किसी को 500, 200 आदि जैसे रुपए का शगुन का लिफाफा दिया जाए तो इसका अर्थ है कि आप उनके रिश्ता खत्म करना चाहते हैं या उनकी तरक्की नहीं चाहते हैं आदि इसलिए हमेशा शगुन में एक रुपए का सिक्का रखा जाता है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)