सोलर पावर कार Lightyear One को 2021 तक बाजार में उतारे जाने की योजना है. इसकी कीमत 1.5 लाख पाउंड के आसपास हो सकती है. फुल चार्ज होने पर यह 725 किलोमीटर की दूरी तय कर सकती है.
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नई दिल्ली: हुंडई मोटर ने मंगलवार को भारत में पहली फुली इलेक्ट्रिक कार Hyundai Kona लॉन्च की. एकबार फुल चार्ज होने पर यह 452 किलोमीटर की दूरी तय कर सकती है. इलेक्ट्रिक कार को नेक्स्ट जेनरेशन की कार कहें तो गलत नहीं होगा. अब यह वक्त की जरूरत बन गई है. लेकिन, दुनिया में कुछ ऐसी ऑटोमोबाइल कंपनियां भी हैं जो इससे भी दो कदम आगे हैं. ये कंपनियां सोलर एनर्जी पर चलने वारी कार पर तेजी से काम कर रहे हैं. ऐसे में नीदरलैंड की कंपनी Lightyear ने सोलर पावर कार का सफलतापूर्वक परीक्षण कर लिया है.
वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (WEF) ने इसको लेकर एक वीडियो अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर किया है. पूरे दिन में यह कार इतनी चार्ज हो जाती है कि 100 किलोमीटर की दूरी आराम से तय कर सके. इस कार की छत और बॉडी में सोलर पैनल की तरह का मैटेरियल इस्तेमाल किया गया है. मतलब, दिन के समय में यह कार चलते हुए भी चार्ज होती रहती है. इसलिए, इसे चार्ज होने के लिए चार्जिंग स्टेशन की जरूरत नहीं है. हालांकि, इलेक्ट्रिक चार्जिंग प्वाइंट भी दिया गया है. बैटरी फुल चार्ज होने पर यह 725 किलोमीटर की दूरी आसानी से तय कर लेती है.
Light years ahead of rivals.
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— World Economic Forum (@wef) 9 July 2019
इस वीडियो के मुताबिक, कार का नाम Lightyear One रखा गया है जिसे 2021 तक बाजार में उतारे जाने की योजना है. इसकी कीमत 1.5 लाख पाउंड के आसपास हो सकती है. इसी तरह की दूसरी सोलर पावर कार पर जर्मन ऑटोमोबाइल स्टार्टअप Sono Motors काम कर रही है. Lightyear One के मुकाबले यह काफी सस्ता है. इसकी कीमत 25000 पाउंड के आसपास होगी. सोलर चार्ज पर यह कार 34 किलोमीटर तक चल सकती है. इसी तरह जापान की ऑटोमेकर टोयोटा भी सोलर कार पर काम कर रही है. कंपनी ने इस कार का नाम Toyota Hybrid Prius रखा है.
इस कार को खरीदने पर SBI देगा 0.20 फीसदी सस्ता लोन, 1.5 लाख की छूट अलग से
ग्लोबल वॉर्मिंग के लिए गाड़ियों से होने वाला प्रदूषण बहुत बड़ा जिम्मेदार माना जाता है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, यूरोप में 12 फीसदी ग्रीनहाउस गैस का उत्सर्जन तो कार के निकले धुएं से होता है. यही वजह है कि यूरोप में 2018 में इलेक्ट्रिक कार की बिक्री में 33 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई थी. अंतरराष्ट्रीय बाजार में हलचल और युद्ध की आशंकाओं के चलते कच्चे तेल की कीमत लगातार घटती-बढ़ती रहती है. इसलिए, तेल खरीदने वाले देश इलेक्ट्रीक व्हीकल को ज्यादा से ज्यादा प्रोमोट कर रहे हैं. इसके लिए तमाम योजनाओं चलाई जा रही हैं.
इलेक्ट्रिक कार खरीदने पर इंटरेस्ट में 1.5 लाख रुपये छूट
भारत सरकार भी इलेक्ट्रिक व्हीकल को प्रोमोट करने की पूरी कोशिश कर रही है. इस बजट में भी वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने घोषणा की, इलेक्ट्रिक कार लोन की EMI में इंटरेस्ट पर 1.5 लाख रुपये सालान छूट मिलेगी. हालांकि, पूरे लोन पर इस छूटी की सीमा 2.5 लाख रुपये है. इसके अलावा लीथियम-आयन बैटरी पर इंपोर्ट ड्यूटी नहीं भरनी होगी. इस बैटरी का भारत में प्रोडक्शन नहीं होता है. इसके इतर, FAME-2 (फास्टर अडॉप्शन एंड मैन्युफैक्चरिंग ऑफ इलेक्ट्रिक व्हीकल) योजना के लिए 10 हजार करोड़ का ऐलान पहले ही किया जा चुका है. इन ऑफर के जरिए सरकार इलेक्ट्रिक व्हीकल को प्रोमोट कर रही है.