Grand Vitara: भारत की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी ने इस साल सितंबर में ऑल न्यू ग्रैंड विटारा मिड-साइज एसयूवी को लॉन्च किया था, जिसे ग्राहकों से अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है.
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Maruti Grand Vitara Cons: भारत की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी ने इस साल सितंबर में ऑल न्यू ग्रैंड विटारा मिड-साइज एसयूवी को लॉन्च किया था, जिसे ग्राहकों से अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है. इसकी प्री-बुकिंग 11 जुलाई से शुरू हुई थी और आधिकारिक लॉन्च से पहले ही इसे 57,000 से ज्यादा बुकिंग मिल चुकी थीं. अब ग्रैंड विटारा की बुकिंग का आंकड़ा 75,000 पार कर गया है. इसकी 13,000 से ज्यादा यूनिट की डिलीवरी भी की जा चुकी है. अब अगर आप भी इसे खरीदने का विचार बना रहे हैं, तो आपने इसकी तमाम अच्छाइयों के बारे में जान लिया होगा. तो चलिए, अब इसकी कुछ कमियों के बारे में भी जान लीजिए.
हाइराइडर से महंगे स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड वेरिएंट
ग्रैंड विटारा के स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड वेरिएंट टोयोटा हाइराइडर के समान वेरिएंट से करीब 50,000 रुपये महंगे हैं. इसके अलावा, ग्रैंड विटारा स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड दो ट्रिम लेवल में मिलता है जबकि हाइराइडर में स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड पावरट्रेन 3 ट्रिम में आता है. हाइराइडर का शुरुआती स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड वेरिएंट, ग्रैंड विटारा के शुरुआती स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड वेरिएंट से लगभग 3 लाख रुपये सस्ता है.
लिमिटेड बूट स्पेस
मारुति सुजुकी ग्रैंड विटारा मिड-साइज एसयूवी के स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड वेरिएंट में आपको लिमिटेड बूट स्पेस ही मिलेगा क्योंकि स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड सिस्टम में बैटरी पैस होता है, जिससे इसका बूट स्पेस कॉम्प्रोमाइज होता है. आम तौर पर ऐसा किसी भी स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड वाली कार के साथ रहता है. हालांकि, माइल्ड हाइब्रिड वेरिएंट में बूट स्पेस ठीक मिलता है.
फीचर्स
ग्रैंड विटारा कई फील-गुड फीचर्स के साथ आती है, लेकिन उनमें से ज्यादातर केवल अल्फा प्लस और जेटा प्लस यानी हाइब्रिड वेरिएंट में ही उपलब्ध कराए गए हैं, जो इसके सबसे ज्यादा महंगे वेरिएंट हैं. इनमें टायर प्रेशर सेंसर, वेंटिलेटेड फ्रंट सीट्स, वायरलेस फोन चार्जर, पडल लैंप और फुल-कलर एलसीडी इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर जैसे फीचर्स हैं.
ऑल व्हील ड्राइव
नई ग्रैंड विटारा में AWD सिर्फ सिंगल ट्रिम और ट्रांसमिशन तक ही सीमित है. AllGrip AWD कॉन्फ़िगरेशन सिर्फ अल्फा AWD वेरिएंट में उपलब्ध है और वह भी केवल मैनुअल ट्रांसमिशन में ही मिलता है. अगर AWD को अन्य ट्रिम्स में भी पेश किया जाता तो शायद यह कार ज्यादा ग्राहकों को आकर्षित कर करने में कामयाब रहती.
कुछ फीचर्स की कमी
इसमें कुछ ऐसे फीचर्स नहीं मिलते हैं, जो सी सेगमेंट की कारों में आम तौर पर मिल जाते हैं, जैसे- पावर्ड ड्राइवर सीट, ऑटो वाइपर या रेन रेंसरिंग वाइपर आदि. इसमें 6 स्पीड मैनुअल ट्रांसमिशन भी नहीं आता है, जो आम तौर पर इस सेगमेंट की ज्यादातर कारों में मिल जाता है.
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