भारत बनेगा मोबाइल फोन का ग्लोबल हब! ऐसे मैनुफैक्चरिंग पकड़ेगी रफ्तार
Advertisement
trendingNow1761957

भारत बनेगा मोबाइल फोन का ग्लोबल हब! ऐसे मैनुफैक्चरिंग पकड़ेगी रफ्तार

भारत मोबाइल फोन मैनुफैक्चरिंग का दुनिया में एक अहम सेंटर बनने की राह पर आगे बढ़ रहा है.

भारत बनेगा मोबाइल फोन का ग्लोबल हब! ऐसे मैनुफैक्चरिंग पकड़ेगी रफ्तार

नई दिल्ली: भारत मोबाइल फोन मैनुफैक्चरिंग का दुनिया में एक अहम सेंटर बनने की राह पर आगे बढ़ रहा है. सरकार ने पीएलआई स्कीम (production-linked incentive) के तहत मोबाइल फोन बनाने वाली इंटरनेशल कंपनियों के 16 प्रपोजल अप्रूवल दे दिया. 

इन कंपनियों को मिली मंजूरी 
16 प्रपोजल में Samsung, Foxconn Hon Hai, Rising Star, Wistron और Pegatron जैसी कंपनियां के भी प्रपोजल शामिल हैं. इनमें से तीन कंपनियां- Foxconn Hon Hai, Wistron और Pegatron एप्पल की कॉन्ट्रैक्ट मैनुफैक्चरर हैं. 

घरेलू मोबाइल सेगमेंट के तहत, भारतीय कंपनियों जिनमें लावा, भगवती (माइक्रोमैक्स), पैडगेट इलेक्ट्रॉनिक्स, यूटीएल नियोलिंक्स और ऑप्टिमस इलेक्ट्रॉनिक्स के प्रपोजल को भी मंत्रालय की तरफ से अप्रूवल मिला है. छह कंपनियों को इलेक्ट्रॉनिक कम्पोनेंट सेगमेंट के तहत अप्रूवल दिया गया है, जिसमें AT&S, Ascent Circuits, Visicon, Walsin, Sahasra, और Neolync शामिल हैं.

ऐसे बढ़ेगी मोबाइल मैन्यूफैक्चरिंग
इस अप्रूवल से आने वाले पांच साल में 10.5 लाख करो़ड़ रुपये के मूल्य का प्रोडक्शन और 6.5 लाख करोड़ रुपये मूल्य का एक्सपोर्ट होने की उम्मीद है. एप्पल (37%) और सैमसंग (22%) के पास मोबाइल फोन की दुनियाभर में बिक्री से मिले रेवेन्यू का करीब 60% हिस्सा है और इस योजना से देश में उनके मैनुफैक्चरिंग बेस में कई गुना बढ़ोतरी होने की उम्मीद है.

इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी, संचार, कानून और न्याय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा, "पीएलआई स्कीम को बाहरी कंपनियों के साथ-साथ घरेलू मोबाइल फोन बनाने वाली कंपनियों और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस निर्माताओं से काफी एप्लीकेशन आए हैं. इंडस्ट्री ने अपने विश्वास को दोहराया है. यह एक वर्ल्ड लेवल मैनुफैक्चरिंग डेस्टिनेशन के रूप में भारत की शानदार प्रगति और आत्मनिर्भर भारत के प्रधानमंत्री के स्पष्ट आह्वान के साथ मजबूती को दर्शाता है. 

कुल प्रोडक्शन में से, मोबाइल फोन (इनवॉइस वैल्यू 15,000 रुपये और उससे ज्यादा) सेगमेंट के तहत अप्रूवल मिली कंपनियों ने 5,200 करोड़ रुपये से ज्यादा के प्रोडक्शन का प्रपोजल दिया है. मोबाइल फोन (घरेलू कंपनियों) सेगमेंट के तहत अप्रूवल मिली कंपनियों ने करीब 1,25,000 करोड़ रुपये के प्रोडक्शन का प्रपोजल दिया है.

ये भी पढ़ें: अब नोएडा से भर सकेंगे उड़ान, 2024 में बनकर तैयार होगा देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट

VIDEO

Trending news