Amul की हो जाएगी सांची डेयरी? क‍िसानों के फायदे के ल‍िए MP सरकार उठाएगी यह कदम!
Advertisement
trendingNow12240559

Amul की हो जाएगी सांची डेयरी? क‍िसानों के फायदे के ल‍िए MP सरकार उठाएगी यह कदम!

पशुपालन और डेयरी विभाग के प्रमुख सचिव गुलशन बामरा ने बताया, दुग्‍ध उत्पादक किसानों के फायदे के ल‍िए मध्य प्रदेश में अमूल की भूमिका पर सरकार जल्द फैसला लेगी. खबर के अनुसार इस साल जनवरी से पशुपालन विभाग और अमूल के बीच कई बार बातचीत हो चुकी है.

Amul की हो जाएगी सांची डेयरी? क‍िसानों के फायदे के ल‍िए MP सरकार उठाएगी यह कदम!

Sanchi Dairy: घर-घर में फेमस अमूल (Amul) एक और मशहूर डेयरी का टेकओवर करने का प्‍लान कर रही है. मध्य प्रदेश में मशहूर सांची डेयरी (Sanchi Dairy) को अमूल की तरफ से टेकओवर करने की बातचीत चल रही है. सूत्रों के अनुसार मध्य प्रदेश की बीजेपी सरकार गुजरात की अमूल जैसा मॉडल सांची के लिए अपनाना चाहती है. हालांक‍ि अभी यह साफ नहीं हुआ है क‍ि अमूल सांची को आगे बढ़ाने में मदद करेगी या उसका टेकओवर कर लेगी. इस बारे में फैसला लोकसभा चुनाव के बाद ल‍िया जाएगा.

दुग्‍ध उत्पादक किसानों को फायदा होगा

टाइम्‍स ऑफ इंड‍िया में प्रकाश‍ित खबर के अनुसार मध्य प्रदेश सरकार को उम्‍मीद है क‍ि इस कदम से राज्य के दुग्‍ध उत्पादक किसानों को फायदा होगा. पशुपालन और डेयरी विभाग के प्रमुख सचिव गुलशन बामरा ने बताया, दुग्‍ध उत्पादक किसानों के फायदे के ल‍िए मध्य प्रदेश में अमूल की भूमिका पर सरकार जल्द फैसला लेगी. खबर के अनुसार इस साल जनवरी से पशुपालन विभाग और अमूल के बीच कई बार बातचीत हो चुकी है.

मुख्यमंत्री ने सांची और अमूल की मीट‍िंग में हिस्सा लिया
अधिकारियों की तरफ से बताया गया क‍ि अमूल सांची का टेकओवर कर उसे अपने में म‍िलाना चाहता है. लेकिन, सरकार कर्नाटक जैसे हालात से बचना चाहती है. पिछले साल विधानसभा चुनाव के दौरान अमूल और नंदिनी के बीच टकराव बड़ा राजनीतिक मुद्दा बन गया था. इसी साल 10 जनवरी को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अहमदाबाद में सांची और अमूल की एक मीट‍िंग में हिस्सा लिया था. इस मीट‍िंग का मकसद मध्य प्रदेश के दुग्‍ध उत्पादकों से दूध की खरीद करना और डेयरी किसानों के फायदों की रक्षा करना था.

सांची को आगे बढ़ाने के लिए करार करना चाहती है सरकार
उज्जैन में मार्च में संपन्‍न हुए इन्वेस्टर्स सम‍िट में मध्य प्रदेश सरकार अमूल के साथ मिलकर सांची को आगे बढ़ाने के लिए करार करना चाहती थी. एक अधिकारी के अनुसार आखिरी समय तक कोशिश के बावजूद ऐसा नहीं हो सका. दरअसल, अमूल को इसमें क‍िसी प्रकार की दिलचस्पी नहीं थी और एमपी सरकार के पास ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं था जिससे अमूल को राजी किया जा सके. आपको बता दें सांची मध्य प्रदेश के सबसे मशहूर ब्रांड में से एक है. मध्य प्रदेश राज्य सहकारी संघ की तरफ से संचालित यह ब्रांड म‍िल्‍क प्रोडक्‍ट और मिठाइयों समेत कई तरह के प्रोडक्‍ट की ब‍िक्री करता है.

TAGS

Trending news