₹9650 करोड़ में बिक गई अनिल अंबानी की ये कंपनी, इरडा की हरी झंडी के बाद रास्ता साफ, जानिए कौन है खरीददार
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₹9650 करोड़ में बिक गई अनिल अंबानी की ये कंपनी, इरडा की हरी झंडी के बाद रास्ता साफ, जानिए कौन है खरीददार

Anil Ambani:  एशिया के सबसे अमीर उद्योगपति मुकेश अंबानी के छोटे भाई अनिल अंबानी की कंपनी से जुड़ी बड़ी जानकारी सामने आ रही है. खबर आ रही है कि अनिल अंबानी की एक कंपनी उनके हाथ से निकल गई है. अनिल अंबानी की रिलायंस कैपिटल बिकने जा रही है.

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Anil Ambani Reliance Capital:  एशिया के सबसे अमीर उद्योगपति मुकेश अंबानी के छोटे भाई अनिल अंबानी की कंपनी से जुड़ी बड़ी जानकारी सामने आ रही है. खबर आ रही है कि अनिल अंबानी की एक कंपनी उनके हाथ से निकल गई है. अनिल अंबानी की रिलायंस कैपिटल बिकने जा रही है. रिलायंस कैपिटल की खरीदारी को मंजूरी मिल गई है. अब इस कंपनी के नए मालिक हिंदुजा ग्रुप होगी. समूह को रिलायंस कैपिटल के अधिग्रहण के लिए बीमा नियामक इरडा (IRDAI) से मंजूरी मिल गई है.  रेग्युलेटर की ओर से रिलायंस कैपिटल के अधिग्रहण के लिए हिंदुजा ग्रुप की कंपनी इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग लिमिटेड (IIHL) को सशर्त मंजूरी मिल गई है.  

अधिग्रहण का रास्ता साफ

कर्ज में डूबे अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस कैपिटल (Reliance Capital) की बिक्री का रास्ता साफ हो गया है. कंपनी के अधिग्रहण के लिए इरडा (IRDAI) की मंजूरी मिल गई है. हिंदुजा समूह की कंपनी इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग्स लिमिटेड (IIHL) की बोली को सशर्त मंजूरी दे दी गई है.  बता दें कि अनिल अंबानी की रिलायंस कैपिटल इनसॉल्वेंसी प्रोसेस से गुजर रही है. इसे खरीदने के लिए हिंदुजा समूह की आईआईएचएल ने 9650 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी.  NCLT से मिली मंजूरी मिलने के बाद इस प्रोसेस को पूरा करने के लिए डेडलाइन 27 मई रखी.  इस डील को पूरा करने के लिए बस इरडा की हरी झंडी का इंतजार था, जो कि 10 मई को उन्हें मिल गई है. 

कर्ज में डूबी कंपनी का नया खरीदार
हिंदुजा समूह की कंपनी इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग्स इसे एनसीएलटी की निर्धारित तिथि 27 मई, 2024 तक पूरा करना चाहती है.  आईआईएचएल के चेयरमैन अशोक हिंदुजा ने इसे लेकर कहा कि वो इस सौदे के लिए नवंबर से ही इरडा के संपर्क में है. बता दें कि रिलायंस कैपिटल पर भारी कर्ज में डूब चुकी थी. रिलायंस कैपिटल पर 40,000 करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज था. जिसके बाद कंपनी को दिवालिया प्रक्रिया से गुजरना पड़ा. नवंबर 2021 में आरबीआई ने रिलायंस कैपिटल के बोर्ड को भंग कर दिया और नागेश्वर राव वाई को एडमिनिस्ट्रेटर बना दिया था. फरवरी 2022 में रिलायंस कैपिटल के लिए बोलियां मंगाई थीं, जहां पहले राउंड में टॉरेंट ने सबसे बड़ी बोली लगाई थी, वहीं दूसरे राउंड में हिंदुजा ग्रुप ने बाजी मार ली. जून 2023 में हिंदुजा ग्रुप की 9,661 करोड़ रुपये की बोली को मंजूरी मिल गई और अब इरडा की मंजूरी मिलने के बाद वो 27 मई तक रिलायंस कैपिटल का अधिग्रगहण कर लेगी.  

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