Byjus Company: बायजू कंपनी के सामने बढ़ा आर्थिक संकट, लागत कम करने के लिए बंद किए 30 ट्यूशन सेंटर्स
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Byjus Company: बायजू कंपनी के सामने बढ़ा आर्थिक संकट, लागत कम करने के लिए बंद किए 30 ट्यूशन सेंटर्स

Byjus Company Hindi News: ऑनलाइन पढ़ाई करवाने वाली कंपनी बायजूस कंपनी के सामने आर्थिक संकट बढ़ गया है. कंपनी ने खर्चा कम करने के लिए अपने 30 ट्यूशन सेंटर्स बंद कर दिए हैं. 

 

Byjus Company: बायजू कंपनी के सामने बढ़ा आर्थिक संकट, लागत कम करने के लिए बंद किए 30 ट्यूशन सेंटर्स

Byjus Company Latest News: आर्थिक संकट का सामना कर रहे बायजू ब्रांड ने अपने 292 ट्यूशन सेंटर में से 30 को बंद कर दिया है. इस ब्रांड का स्वामित्व रखने वाली कंपनी थिंक एंड लर्न लिमिटेड ने शुक्रवार को एक बयान में यह जानकारी दी. कंपनी ने कहा कि खर्च कम करने के उपायों के तहत देशभर में इन ट्यूशन सेंटर को बंद करने का फैसला किया गया है. हालांकि उसके बाकी 262 ट्यूशन सेंटर पहले की तरह हाइब्रिड मॉडल पर काम करते रहेंगे.

कोरोना काल में फैली थी कंपनी

बायजू ब्रांड ने अपने बयान में कहा कि उसे अपने टीचर्स की मेहनत और स्टूडेंट्स के प्रदर्शन पर गर्व है. वह टीचिंग में क्वालिटी पर ध्यान फोकस कर रही है, जिससे उसे अधिकांश केंद्रों को तीसरे साल में लाभदायक स्थिति में लाने में मदद मिल रही है. 

बताते चलें कि कोरोना काल में बायजू कंपनी ने देशभर में तेजी से अपना विस्तार किया था. उस वक्त कोरोना की वजह से देश भर में स्कूल बंद थे और पढ़ने के लिए स्टूडेंट्स के पास इंटरनेट के अलावा कोई और विकल्प नहीं था. ऐसे में बायजू ने ऑनलाइन पढ़ाई का मॉडल विकसित कर देशभर में विस्तार किया. 

स्टाफ को सैलरी देने का भी संकट

लेकिन देश में जैसे- जैसे कोरोना का प्रकोप खत्म होता गया और स्कूल-कॉलेज सामान्य रूप से चलने शुरू हो गए. इसके साथ ही ऑनलाइन पढ़ाई का क्रेज भी धीरे- धीरे कम होता चला गया, जिससे बायजू कंपनी संकट में आ गई है. कंपनी के पास इन ट्यूशन सेंटर्स में पढ़ाने वाले टीचर्स और दूसरे स्टाफ को सैलरी देने लायक तक पैसों की दिक्कत हो रही है.

पैरंट्स की भी बढ़ गई परेशानी

ऐसे में कंपनी ने लागत कम करने के लिए कुछ ट्यूशन सेंटर्स को बंद करने का रास्ता अपनाया है. इन सेंटर्स के बंद होने से उन पैरंट्स की परेशानी बढ़ गई है, जिन्होंने अपने बच्चों का इनमें दाखिला करवाया था. अब ऐसे पैरंट्स को दूर-दराज के दूसरे ट्यूशन सेंटर्स में दाखिला लेने की सलाह दी जा रही है. जिससे मां- बाप परेशान हैं कि अपने बच्चों को इतनी दूर पढ़ने के लिए कैसे भेजें.

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