सब्जी से लेकर सिनेमा टिकट तक 'पेटीएम करो' की लत...हमने तो Paytm पर भरोसा किया, अब हमारा क्या, CTI ने वित्त मंत्री को लिखी चिट्ठी
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सब्जी से लेकर सिनेमा टिकट तक 'पेटीएम करो' की लत...हमने तो Paytm पर भरोसा किया, अब हमारा क्या, CTI ने वित्त मंत्री को लिखी चिट्ठी

Paytm News Latest Update:  देश और दिल्ली में व्यापारियों के शीर्ष संगठन चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (CTI) चेयरमैन बृजेश गोयल और अध्यक्ष सुभाष खंडेलवाल ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को पत्र लिखा है.

Paytm Payment Bank

Paytm Payment bank Crisis:क्या मेरा पैसा डूब जाएगा? पेटीएम वॉलेट में रखें बैलेंस का क्या होगा? क्या पेटीएम ऐप भी काम करना बंद कर देगा? क्या पेमेंट बैंक से मैं अपना पैसा निकाल पाऊंगा ? मेरा सारा ट्रांजैक्शन  पेटीएम पेमेंट बैंक से हो रहा है, इतनी जल्दी मैं दूसरे ऑप्शन पर कैसे शिफ्ट करूं....ऐसे तमाम सवाल हैं जो पेटीएम के करोड़ों यूजर्स और मर्चेंट्स के मन में है. पेटीएम पर आरबीआई की पाबंदियों के बाद से आम जनता से लेकर छोटे व्यापारी परेशान है. सब्जी से लेकर सिनेमा के टिकट के लिए 'पेटीएम करो' की आदत इतनी जल्दी कैसे बदल पाएंगी. 

90% व्यापारी और आम लोग के पास पेटीएम
 
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा Paytm पर सख्त पाबंदी की खबरों के बीच व्यापारियों में खासी चिंता हो गई है. कस्टमर से लेकर ट्रेडर्स में भय है कि कहीं उनका पैसा डूब नहीं जाए? क्या, पेटीएम ऐप काम करना बंद कर देगा. इन तमाम आशंकाओं के बीच देश और दिल्ली में व्यापारियों के शीर्ष संगठन चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (CTI) चेयरमैन बृजेश गोयल और अध्यक्ष सुभाष खंडेलवाल ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को पत्र लिखा है.

सीटीआई के चेयरमैन बृजेश गोयल ने कहा कि उन्होंने सरकार से मांग की है कि पेटीएम को लेकर स्थिति स्पष्ट की जाए. आम व्यापारियों से लेकर सामान्य लोगों में कई तरह की भ्रांतियां उत्पन्न हो गई हैं.31 जनवरी को RBI ने नोटिस जारी करते हुए कहा था कि 29 फरवरी 2024 के बाद Paytm Payment Bank पर किसी भी प्रकार की ट्रांजैक्शन पर रोक लगा दी जाएगी जिसके बाद से दिल्ली और देश के तमाम बाजारों और व्यापारियों में भ्रम और आशंका पैदा हो गई है 

बृजेश गोयल ने कहा कि आज की तारीख में 90 प्रतिशत से अधिक लोग पेटीएम यूज करते हैं, हर तरह के भुगतान में पेटीएम अपनाते हैं. नोटबंदी के बाद तो डिजिटल पेमेंट का चलन एकदम से बढ़ा है, अब तो लोग जेब में कैश लेकर भी नहीं चलते हैं.छोटे-मोटे भुगतान भी पेटीएम जैसे ऐप्स के जरिए हो रहे हैं.

दुकानदारों ने पेटीएम स्कैनर लगा रखे हैं.कपड़े, जूते, जूलरी, फल, सब्जी, कॉस्मेटिक, रेस्टोरेंट, होटल और सैलून समेत सभी जगह पेटीएम से पेमेंट हो रहा है.सीटीआई महासचिव विष्णु भार्गव और वरिष्ठ उपाध्यक्ष गुरमीत अरोड़ा ने कहा कि अब जिसके पास भी स्मार्ट फोन है, उसकी जिंदगी का हिस्सा पेटीएम बन गया है.लाखों लोगों ने पेटीएम बैंक और वॉलेट में पैसा जमा कर रखा है.अब इन पैसों का क्या होगा?

रुपयों की लेन-देन, रिचार्ज, स्टॉक मार्केट, आईपीओ, टिकट बुकिंग, फास्ट टैग, बिजली बिल, टेलिफोन बिल, आईजीएल बिल, लोन, इंश्योरेंस, फिक्स डिपोजिट जैसी तमाम सुविधाएं पेटीएम पर मिल रही हैं.इसके अलावा छोटे छोटे अन्य स्टार्ट अप भी इसको लेकर चिंतित नजर आ रहे हैं .ग्राहकों ने बड़े विश्वास के साथ पेटीएम को अपनाया।
वित्त मंत्री को ग्राहकों की भ्रांतियां दूर करनी चाहिए।

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